संत पापा ने कलीसियाओं की विश्व समिति के सदस्यों से मुलाकात की
वाटिकन सिटी, शनिवार 8 मार्च 2014 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने 7 मार्च शुक्रवार
को वाटिकन में एकत्र ‘कलीसियाओं की विश्व समिति’ के सदस्यों से मुलाकात की। संत पापा
ने उन्हें कहा कि विश्व में सुसमाचार का साक्ष्य देने में विभाजन एक गंभीर समस्या है
जिसके विषय में ख्रीस्तीयों को सचेत करने में उनका योगदान अपूर्व है। ख्रीस्तीय एकता
को बनाये रखने के कार्यों के लिए संत पापा ने उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा,
"कलीसियाओं की विश्व समिति ने सभी ख्रीस्तीयों को इस बात के प्रति सचेत करने में अपना
बड़ा योगदान दिया है कि हमारा विभाजन विश्व में सुसमाचार के प्रचार में एक गंभीर समस्या
है। संत पापा ने कहा कि यदि ख्रीस्त धर्मानुयायी एकता हेतु प्रभु के आह्वान की उपेक्षा
करते हैं तो प्रभु को ही स्वीकार करने से इन्कार कर देते हैं। वे उस प्रभु को अस्वीकार
करते हैं जो मुक्तिदाता है।" ज्ञात हो कि काथलिक कलीसिया एवं कलीसियाओं की विश्व
समिति के साथ संबंध, वाटिकन द्वितीय महासभा के बाद से ही बढ़ा है जिसने उदार ख्रीस्तीय
एकता को जन्म दिया है। इसके द्वारा विभिन्न कलीसियाओं के बीच आदान-प्रदान के कारण नसमझी
से ऊपर उठकर आपसी समझदारी को बढ़ावा मिला है। संत पापा ने कहा कि यद्यपि ख्रीस्तीयों
की पूर्ण एवं दृश्यमान एकता अभी भी संघर्ष की स्थिति में है तथापि पवित्र आत्मा हमें
प्रोत्साहन प्रदान करता है कि हम न डरें तथा भरोसे के साथ आगे बढ़ें। संत पापा ने
उन्हें सलाह दी कि इस यात्रा में प्रार्थना मौलिक आवश्यकता है। विनम्रता की आत्मा और
अनवरत प्रार्थना के माध्यम से ही हम आवश्यक दूररशिता, निर्णय करने की क्षमता एवं प्रेरणा
प्राप्त कर सकते हैं तथा मानव परिवार को उसके संघर्षों एवं ज़रूरतों में आध्यात्मिक एवं
भौतिक सहायता प्रदान कर सकते हैं। संत पापा ने एकत्रित सदस्यों को अपनी प्रार्थनाओं
का आश्वसन दिया तथा उनसे अपने लिए प्रार्थना का आग्रह किया। अंत में उन्होंने उन्हें
अपना प्रेरितिक आर्शीवाद दिया।