संत पापा ने लातीनी अमरीका के लिए गठित परमधर्मपीठीय आयोग से मुलाकात की
वाटिकन सिटी, शनिवार, 1 मार्च 2014 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने 28 फरवरी को वाटिकन
स्थित क्लेमेन्टीन सभागार में लातीनी अमरीका के लिए गठित परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों
से मुलाकात की। संदेश में लैटिन अमरीका की कलीसिया से संत पापा ने अपील की कि वे
युवाओं को चुनौतियों से जूझने में मदद करें तथा उन्हें भ्रांति में न पड़ने दें। उन्हें
शिक्षित करें एवं सुसमाचार की शिक्षा अनुसार जीने तथा सुसमाचार प्रचार के लिए प्रेरित
करें। उन्होंने कहा कि यह काम कठिन है एवं इसमें धैर्य की आवश्यकता है किन्तु अति आवश्यक
भी है। वाटिकन में आयोजित लातीनी अमरीका के लिए गठित परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों
की सभा की विषय वस्तु थी, "शैक्षिक अनिवार्यता एवं लैटिन अमेरिकी युवाओं में आस्था का
प्रसारण।" संत पापा ने सदस्यों को संदेश पत्र सौंपते हुए युवाओं के लिए विनाशकारी
मुद्दों की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया जैसे जुआ, आत्महत्या और नशीले पदार्थों का सेवन आदि।
गत वर्ष ब्राजील में आयोजित विश्व युवा दिवस की याद करते हुए संत पापा ने कहा कि ख्रीस्त
के अनुसरण में कलीसिया युवाओं का सम्मान करें तथा उन्हें समाज सेवा, निःस्वार्थ प्यार,
न्याय एवं सच्चाई हेतु संघर्ष के कार्यों में शामिल करे। इसके लिए संत पापा ने कहा कि
हम उन्हें स्वीकार करें, उनकी बातों पर ध्यान दें तथा येसु का अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहन
दें। उन्होंने सभा से आग्रह किया कि वे युवाओं को स्कूलों, परिवारों तथा कार्य क्षेत्रों
में ढ़ूढें। स्कूल छोड़ देने वाले, बेरोजगार, अकेलापन महसूस करने वाले एवं टूटे परिवारों
में रहने वाले जैसी गंभीर समस्याओं से घिरे युवाओं पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया।
संत पापा ने युवाओं से आग्रह किया कि वे ख्रीस्त का अनुसरण करें तथा कलीसिया से अपील
की कि हम उन्हें निराश होने न दें। विदित हो कि लातीनी अमरीका के लिए परमधर्मपीठीय
आयोग का गठन धर्माध्यक्षों के निर्देशन मे सन् 1958 ई. में युवाओं को विश्वास में मदद
हेतु गठित किया गया है।