वाटिकन सिटीः वाटिकन के आर्थिक एवं प्रशासनिक मामलों के लिये नवीन सचिवालय की स्थापना
पर सन्त पापा का "मोतू प्रोप्रियो "
वाटिकन सिटी, 25 फरवरी सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने, सोमवार 24 फरवरी को,
"फिदेलीस डिसपेन्सातोर एत प्रूदेन्स" शीर्षक से "मोतू प्रोप्रियो" अर्थात् स्वप्रेरणा
से लिखित प्रेरितिक पत्र जारी कर, वाटिकन तथा परमधर्मपीठ के आर्थिक एवं प्रशासनिक
मामलों के लिये नये एक सचिवालय की स्थापना कर दी।
वाटिकन ने एक वकतव्य जारी कर
सन्त पापा फ्राँसिस की उक्त घोषणा के बारे में कहा, "वाटिकन तथा परमधर्मपीठ की अर्थव्यवस्था
एवं प्रशासन सम्बन्धी परमधर्मपीठीय आयोग द्वारा दिये गये सुझावों तथा, सन्त पापा के सलाहकारों
रूप में स्थापित, आठ कार्डिनलों की समिति की समीक्षाओं के बाद, नवीन सचिवालय की स्थापना
की गई है।
नवीन संरचना की अध्यक्षता ऑस्ट्रेलियाई कार्डिनल जॉर्ज पेल करेंगे तथा
इसमें 15 अनुभवी विशेषज्ञ होंगे जिनमें आठ कलीसियाई अधिकारी हैं जबकि सात लोकधर्मी व्यक्ति
हैं जो आर्थिक एवं प्रशासनिक क्षेत्रों में दक्ष हैं। नवीन सचिवालय का उद्देश्य मौजूदा
प्रबन्धन संरचनाओं को मज़बूत करना, उनके बीच समन्वय लाना, उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग
सुनिश्चित करना तथा अर्थव्यवस्था एवं प्रशासन से सम्बन्धित समस्त प्रणालियों में और अधिक
पारदर्शिता लाना है।"
नवीन सचिवालय वाटिकन सिटी एवं परमधर्मपीठ की सभी आर्थिक
गतिविधियों की देखरेख करेगा, वार्षिक बजट तैयार करेगा, वित्तीय नियोजन करेगा, मानव संसाधन
सम्बन्धी कार्यों के लिये ज़िम्मेदार होगा तथा साथ ही परमधर्मपीठ एवं वाटिकन सिटी और
राज्य का विस्तृत वित्तीय विवरण तैयार करेगा।
नई व्यवस्था के अन्तर्गत एक महालेखा
परीक्षक की नियुक्ति भी शामिल है जिसे वाटिकन के किसी भी कार्यालय की जाँच पड़ताल का
अधिकार होगा।
इसके अतिरिक्त, घोषित परिवर्तनों में परमधर्मपीठीय सम्पत्ति के
प्रशासन एवं संचालन हेतु गठित प्रेरितिक कार्यालय "आप्सा" की भूमिका, विश्व के समस्त
संस्थानों के समान ही दायित्वों एवं ज़िम्मेदारियों सहित, वाटिकन के एक सैंट्रल बैंक
के तौर पर पुष्ट की गई।
सन्त पापा फ्राँसिस के मोतू प्रोप्रियो की प्रकाशना के
दिन से ही परमधर्मपीठ एवं वाटिकन सिटी के आर्थिक एवं प्रशासनिक मामलों के लिये स्थापित
नवीन सचिवालय प्रभावी हो गया है।