वाटिकन सिटी, सोमवार, 24 फरवरी 2014 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर
के प्राँगण में, रविवार 23 फरवरी को संत पापा फ्राँसिस ने भक्त समुदाय के साथ देवदूत
प्रार्थना के पूर्व उन्हें संबोधित कर कहा, "अति प्रिय भाइयो एवं बहनो, सुप्रभात, इस
रविवार के लिए निर्धारित दूसरे पाठ में संत पौलुस कहते हैं, "कोई मनुष्यों पर गर्व न
करे सब कुछ आपका है। चाहे वह पौलुस, अपोल्लोस अथवा कैफ़स हो, संसार हो, जीवन अथवा मरण
हो, भूत अथवा भविष्य हो वह सब आपका है, परन्तु आप मसीह के और मसीह ईश्वर के हैं।"(1कोरि.3:21-23)
कोरिन्थ जहाँ प्रेरित संत पौलुस ने एक कलीसिया का निर्माण किया था, विभाजन की समस्या
से उलझी हुई थी। वह कलीसिया कई सुसमाचार प्रचारकों के संम्पर्क में थी। ख्रीस्तीय उन्हें
अपना गुरू मानते थे यह कहते हुए कि "मैं अपोलो का हूँ मैं कैपस का हूँ।" (कोरि.1:12)
संत पौलुस उनकी इस विचारधारा को ग़लत बतलाते हैं क्योंकि समुदाय किसी प्रेरित का नहीं
है। वे सभी एक कलीसिया के सदस्य हैं तथा कलीसिया ख्रीस्त की है।" संत पापा ने कहा
कि यहीं पर ख्रीस्तीय समुदाय में सदस्यता की शुरूआत होती है। धर्मप्रांत, पल्लियों, संगठनों
एवं समितियों का निर्माण, बपतिस्मा द्वारा प्राप्त एक ही पहचान को किसी प्रकार के मतभेद
से विभाजित नहीं कर सकता है। येसु ख्रीस्त में हम सभी ईश्वर के पुत्र-पुत्रियाँ हैं।
जिन लोगों को नेतृत्व करने, सुसमाचार प्रचार एवं संस्कारों के अनुष्ठान की प्रेरिताई
प्राप्त है वे उसे अपने सम्मान का विशेष अधिकार न मान लें किन्तु समुदाय की सेवा करने
तथा उसे पवित्रता के मार्ग पर आनन्द से आगे बढ़ने में मदद करें।
कलीसिया आज नये
कार्डिनलों के साक्ष्यपूर्ण प्रेरितिक जीवन पर आधारित है जिनके साथ आज प्रातः मैंने पावन
ख्रीस्तयाग अर्पित किया है। सामान्य लोक परिषद की बैठक तथा पवित्र मिस्सा के अनुष्ठान
द्वारा हमने एक महत्वपूर्ण अवसर को सम्पन्न किया जिसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों का प्रतिनिधित्व
करते हुए कई कार्डिनलों ने भाग लिया इस प्रकार, प्रेरित संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी
के साथ एकत्र कर्डिनल मंडली कलीसिया की सर्वभौमिकता का एहसास दिलाती है। ईश्वर हमें कलीसिया
की एकता के लिए कार्य करने की कृपा प्रदान करे। संत पापा ने कहा कि विगत दिनों
के धर्मविधिक अनुष्ठान एवं समारोह ने हमारे लिए ख्रीस्त एवं उसकी कलीसिया के विश्वास
एवं प्यार में बढ़ने का सुन्दर अवसर दिया है। संत पापा ने सभी विश्वासियों से नये
कार्डिनलों का सहयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि हम इन चरवाहों के साथ सहयोग करें,
अपनी प्रार्थनाओं द्वारा उनकी मदद करें ताकि वे निरंतर उत्साह से अपने लोगों का मार्गदर्शन
कर सकें उन्हें प्रभु का स्नेह एवं प्यार दिखा सकें। इस प्रकार धर्माध्यक्ष, पुरोहित,
धर्मसमाजी एवं ख्रीस्तीय विश्वासी सभी मिलकर ख्रीस्त के प्रति विश्वस्त कलीसिया का साक्ष्य
प्रस्तुत करें, भाई-बहनों की सेवा भावना से प्रेरित होकर तथा नबियों के उत्साह से भर
कर लोगों की आध्यात्मिक एवं अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु तैयार रहें। कुँवारी मरिया
इस यात्रा में हमारा साथ दे एवं हमारी रक्षा करे।
इतना कहने के पश्चात् संत पापा
ने भक्त समुदाय के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आर्शीवाद
प्रदान किया। देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने देश-विदेश से एकत्र सभी तीर्थयात्रियों
एवं पर्यटकों को सम्बोधित करते हुए उनका अभिवादन किया, उन्होंने सामान्य लोक परिषद के
समय नये कार्डिनलों का साथ देने हेतु एकत्र लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने इटली के
विभिन्न शहरों एवं धर्मप्रांतों से आये सभी विद्यार्थियों का अभिवादन किया।
अंत
में उन्होंने सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित कीं।