सोचीः भेदभाव रहित खेलों का बान की मून ने किया आह्वान
सोची, 12 फरवरी सन् 2014 (यू.एन. समाचार): संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने विश्व
के लोगों का आहवान किया है कि वे ओलम्पिक खेलों को भेदभावों से दूर रखें तथा परस्पर सम्मान
की भावना को बढ़ावा दें। सोची शहर में शीतकालीन ओलम्पिक खेलों के उदघाटन समारोह के
दौरान ये श्री मून ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि खेल सीमाओं और बन्धनों को तोड़ने की
ताक़त रखते हैं जिसका सदुपयोग कर परस्पर सम्मान, एकजुटता एवं समानता के मूल्यों को प्रोत्साहन
दिया जा सकता है। बान की मून का कहना था, "खेलों में अलग-अलग उम्र, नस्ल, धर्म और
वर्गों तथा भिन्न-भिन्न पृष्ठभूमि और अस्मिता के लोगों को एक साथ लाने की बड़ी ताक़त
मौजूद है। खेल के मैदान, युद्ध या लड़ाई का नहीं बल्कि दोस्ताना प्रतिस्पर्धा और सदइच्छा
का मैदान होता है।" अन्तरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति की आम सभा को पहली बार सम्बोधित
करते हुए बान की मून ने समस्त विश्व के संघर्षरत गुटों से भी अनुरोध किया है कि वे शीतकालीन
ओलम्पिक खेलों के दौरान युद्धविराम की घोषणा कर समझौतों एवं शांति का मार्ग प्रशस्त करें।