वाटिकन सिटीः बेनेडिक्ट 16 वें का इस्तीफा कलीसियाई इतिहास का एक तीक्ष्ण निर्णय, फादर
लोमबारदी
वाटिकन सिटी, 11 फरवरी सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन रेडियो के महानिर्देशक तथा वाटिकन के
प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने एक वर्ष पूर्व सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा
किये पदत्याग को कलीसिया के इतिहास का "एक तीक्ष्ण निर्णय" निरूपित किया है। वाटिकन
रेडियो से बातचीत में फादर लोमबारदी ने कहा कि जब सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अपने
पदत्याग की घोषणा की थी तब उदासी, चिन्ता एवं भय का वातावरण उत्पन्न हो गया था। विशेष
रूप से, इस बात को लेकर कि दो-दो सन्त पापा एक साथ कैसे रह पायेंगे? तथापि, उन्होंने
कहा कि व्यक्तिगय रूप से वे इसके बारे में चिन्तित नहीं थे क्योंकि काथलिक कलीसिया के
परमाध्यक्षीय पद का अर्थ सत्ता न होकर सेवा है। उन्होंने कहा, "यदि सत्ता की चाह
सर्वोपरि रहेगी तब दो परमाध्यक्षों का एक साथ अस्तित्व में रहना मुश्किल होगा किन्तु
जब वह सेवा से प्रेरित होगी तब वह व्यक्ति, जिसने ईश्वर के समक्ष अपने कर्त्तव्यों का
भलीभाँति निर्वाह किया है, सेवाभाव में अपनी प्रेरिताई को अपने उत्तराधिकारी के सिपुर्द
कर देता है। ईश प्रजा एवं ईश्वर की सेवा के ख़ातिर प्रभु सेवकों के बीच गहन आध्यात्मिक
एकात्मता सदैव बनी रहती है।" फादर लोमबारदी ने बताया कि इस समय सन्त पापा बेनेडिक्ट
लोगों के बीच नहीं रहते हैं तथापि वे विश्व से बिलकुल अलग भी नहीं है। वे अपना अधिकाधिक
समय पढ़ने और लिखने में तथा प्रार्थनाओं में व्यतीत करते हैं। इसके अतिरिक्त, बहुत से
अवसरों पर वे उन लोगों से भी वार्ता करते हैं जो उनसे आध्यात्मिक मार्गदर्शन की मंशा
रखते हैं।