इस्लमाबाद, शुक्रवार, 7 फरवरी 2014 पाकिस्तान में स्थानीय मीडिया के अनुसार सरकार और
तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच किसी अज्ञात स्थान पर बातचीत शुरू हो गई है ।दोनों पक्ष
शांति वार्ता का रोडमैप तैयार करने वाले हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में ही यह वार्ता
होने वाली थी लेकिन सरकार की तरफ से पाकिस्तान तालिबान की टीम के बारे में स्पष्टीकरण
मांगे जाने के बाद इसमें देरी हुई।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के चरमपंथी
2007 से ही पाकिस्तान के अंदर संघर्ष छेड़े हुए हैं।
पिछले कुछ सप्ताह से ताबड़तोड़
हमलों के बाद, इस वार्ता की पहल के बारे में पिछले सप्ताह ही प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ
ने घोषणा की थी।
जनवरी 2014 में ही पूरे पाकिस्तान में हुए तालिबानी हमलों में
सैनिकों समेत कुल 100 लोग मारे जा चुके हैं।2007 में जबसे टीपीपी ने संघर्ष छेड़ा है,
तब से लेकर अबतक हजारों लोगों मारे जा चुके हैं।
पाकिस्तान ट्रिब्यून ने सरकार
की तरफ से मुख्य वार्ताकार इरफान सिद्दीकी के हवाले से कहा है कि सरकार द्वारा गठित समिति
'खुले मन' से बैठक में शामिल होगी।
सिद्दीकी के साथ वरिष्ठ पत्रकार रहीमुल्ला
यूसुफजई, पूर्व राजनयिक रुस्तम शाह मोहम्मद और आईएसआई से सेवानिवृत्त मेजर आमिर शाह इस
बैठक में शिरकत करेंगे>
टीपीपी की टीम में 'तालिबान के पिता' कहे जाने वाले मौलाना
समी उल हक़, इस्लामाबाद की लाल मस्ज़िद के मुख्य धर्मगुरु मौलाना अब्दुल अज़ीज़ और इब्राहिम
खान शामिल हैं>