काठमाण्डूः शिक्षा में योगदान हेतु नेपाल में येसु धर्मसमाजियों की प्रशंसा
काठमाण्डू, 05 फरवरी सन् 2014 (एशियान्यूज़): नेपाल में शिक्षा को दिये योगदान के लिये
नेपाली सरकार ने येसु धर्मसमाज की भूरि भूरि प्रशंसा की। मंगलवार को नेपाल में सरस्वती
देवी को समर्पित प्रज्ञा एवं ज्ञान दिवस श्री पंचमी मनाया गया। इस दिन वरिष्ठ सरकारी
अधिकारियों एवं शिक्षा विदों ने, शिक्षा के क्षेत्र में, काथलिक कलीसिया और, विशेष रूप
से, येसु धर्मसमाजियों के योगदान का स्मरण किया। शिक्षा विद मानप्रसाद वाग्ले ने
एशिया समाचार से कहा, "हिन्दु धर्मानुयायी परम्परानुसार सरस्वती माँ का दिन मनाते हैं
किन्तु देश का इतिहास दर्शाता है कि येसुधर्मसमाजियों एवं उनके स्कूलों ने नेपाल में
शिक्षा के स्तर को अन्तरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया है।" उन्होंने कहा, "बिलाशर्त
हमें उनका धन्यवाद करना चाहिये क्योंकि उन्होंने ही ऑक्सफोर्ड स्तरीय पाठ्यक्रमों को
नेपाल के स्कूलों में प्रस्तावित किया और विद्यार्थियों के ज्ञान एवं प्रज्ञा को बढ़ाया।
60 वर्षों से अधिक समय से वे नेपाल में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाते रहे हैं।" नेपाल
के शिक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता महास्रम शर्मा ने सहमति व्यक्त करते हुए कहा, "हम काथलिक
समुदाय एवं येसु धर्मसमाजियों को धन्यवाद देना चाहते हैं। उनका योगदान इससे स्पष्ट है
कि सभी नेपाली छात्र उनके स्कूलों में जाना चाहते हैं।" काठमाण्डू में सेन्ट ज़ेवियर
कॉलेज के प्रधानाचार्य, येसु धर्मसमाजी पुरोहित, फादर थॉमस अगस्टीन ने इस मान्यता पर
सन्तोष जताया और कहा, "मनुष्य, विश्व एवं मानव आत्मा का उत्थान करनेवाले किसी भी तत्व
का वे स्वागत करते हैं।" उन्होंने कहा कि वे देश की सेवा हर क्षेत्र में जारी रखेंगे।