मुम्बईः आन्ध्रप्रदेश में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा में वृद्धि
मुम्बई, 04 फरवरी सन् 2014 (एशियान्यूज़): ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स जीसीआईसी
के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने आगाह किया है कि आन्ध्र प्रदेश में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा
में नित्य वृद्धि हो रही है। एशिया न्यूज़ से बातचीत में श्री जॉर्ज ने कहा कि आन्ध्रप्रदेश
में हिन्दु चरमपंथी, विशेष रूप से, पादरियों एवं ख्रीस्तीय कार्यकर्त्ताओं को निशाना
बना रहे हैं जो चिन्ता का विषय है।" उन्होंने कहा, "हिंसा के इन कृत्यों की कोई वजह
नहीं होती है। बस, धर्मान्तरण का बहाना बनाकर वे ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों पर हमले किया
करते हैं।" श्री जॉर्ज ने कहा कि राज्य सरकार, केन्द्रीय सरकार तथा मानवाधिकार सम्बन्धी
राष्ट्रीय आयोग को हिन्दु वाहिनी नामक चरमपंथी दल की गतिविधियों पर ध्यान रखना चाहिये
जो हाल के माहों में कई ख्रीस्तीय विरोधी हमलों के लिये ज़िम्मेदार रहा है। 20 जनवरी
को आन्ध्रप्रदेश पुलिस ने हिन्दु वाहिनी दल के तीन सदस्यों को, नालागोण्डा के एवेन्जलिकल
पादरी रेव्ह. संजीवुलु की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। हाल के सप्ताहों
में चरमपंथियों ने कई प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय नेताओं को अपना निशाना बनाया है। जनवरी
माह में रेव्ह. क्रिस्टफर ताल्ला पर मुनुगुडे गाँव में हमला हुआ तथा इप्पारथी में रेव्ह.
गज़ाला नीलाद्री पाल पर हमला किया गया। इसी तरह विगत दिसबर माह में बैपटिस्ट चर्च के
रेव्ह. नामा मोज़ेस पर हमला किया गया था। श्री जॉर्ज ने कहा कि आगामी आम चुनावों
की पृष्टभूमि में इन हमलों को रोकने के लिये तत्काल उपाय करने की नितान्त आवश्यकता है
क्योंकि हिन्दु मतदाताओं को अलग करने के लिये चरमपंथी हिंसा का सहारा ले सकते हैं।