2014-02-01 19:19:42

अनन्त प्रेम का संदेशवाहक और साक्षी बनने का आमंत्रण


वाटिकन सिटी, शनिवार 1 फरवरी, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्रांसिस ने ‘नेयोकटेक्युमेनल वे’ (वयस्कों की ख्रीस्तीय धर्मशिक्षा के लिये गठित एक संगठन) समुदाय के सदस्यों को शनिवार 1 फरवरी को वाटिकन स्थित पौल षष्टम् सभागार में संबोधित करते हुए कहा कि आप स्थानीय कलीसिया के साथ अपना संबंध मजबूत कीजिये और उसका निर्माण कीजिये।

संत पापा ने कहा, " आप इस बात को जानें कि आप जहाँ भी जाते हैं उस स्थान में ईश्वर का आत्मा आपसे से पहले ही विद्यमान है। आप दुनिया के किसी भी कोने में जायें, किसी भी समुदाय या संस्कृति में जायें, ईश्वर सब जगह अपने वचन का बीज पहले ही बो चुका है। विभिन्न सांस्कृतिक संदर्भ में ईश्वर के वचन को बढ़ाने के लिये विशेष सावधानी बरती जानी चाहिये।"

संत पापा ने कहा कि कई बार आप जहाँ जायेंगे वहाँ का वातावरण और परिस्थितियाँ अलग होंगी, आपको उनकी भाषा सीखने की ज़रूरत होगी। मैं प्रोत्साहन देता हूँ कि आप उनकी भाषायें सीखिये।

संत पाना ने कहा कि मैं आपसे विशेष रूप से आग्रह करता हूँ कि आप एक-दूसरे को प्यार कीजिये विशेष करके ज़रूरतमंदों को।

उन्होंने कहा, " ‘नेयोकटेक्यूमेनल वे’ एक ऐसी यात्रा है जो बपतिस्मा के अर्थ की खोज करता है, यह पथ कठिन भी हो सकता है जिससे होकर गुजरने के लिये समुदाय के सदस्यों को अपने विश्वास की प्रौढ़ता का प्रदर्शन करते हुए दयालु और धैर्य बने रहना चाहिये।"

संत पापा ने कहा, "आप प्रत्येक व्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करें साथ ही उनके निर्णयों का आदर करें विशेषकर के ऐसे समय में जब लोग ईश्वर की बुलाहट के अनुसार ख्रीस्तीय जीवन के अन्य रास्ते को अपनाना चाहें।"

उन्होंने कहा, " आप सुसमाचार का प्रचार प्यार से करें, ईश्वरीय प्रेम को लोगों के बीच बाँटे और सब लोगों से यहाँ तक कि जो पापी और कमजोर हैं, बतायें कि ईश्वर मानव को प्यार करता है।"

संत पापा ने कहा, "आप पिता ईश्वर के अनन्त प्रेम और दयालुता का संदेशवाहक और साक्षी बनें।"









All the contents on this site are copyrighted ©.