वाटिकन सिटीः परमधर्मपीठीय अकादमियों के सार्वजनिक सत्र को सन्त पापा ने भेजा सन्देश
वाटिकन सिटी, 29 जनवरी सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने, सोमवार को, वाटिकन स्थित
परमधर्मपीठीय अकादमियों के 18 वें सार्वजनिक सत्र को अपना सन्देश प्रेषित कर शुभकामनाएँ
अर्पित की। 18 वें सार्वजनिक सत्र के विशेषज्ञ एवं प्रतिभागी इस समय "ऑकूलेट फीदेस,
ख्रीस्त की आँखों से सत्य की परख" विषय पर विचार विमर्श कर रहे हैं। परमधर्मपीठीय
अकादमियों के समन्वयकर्त्ता कार्डिनल जानफ्राँको रवासी को सम्बोधित सन्देश में सन्त पापा
फ्राँसिस ने विश्वास के उज्जवल आयाम की चर्चा करते हुए "विश्वास एवं सत्य" के बीच विद्यमान
सम्बन्ध की प्रकाशना की और कहा कि "वर्तमान युग में, प्रायः, सत्य को व्यक्ति की व्यक्तिपरक
प्रामाणिकता तक सीमित कर दिया जाता है जो केवल उसके व्यक्तिगत जीवन पर लागू होता है।
सन्त पापा ने कहा, "सामूहिक सत्य हमें भयभीत करता है क्योंकि हम उसे सर्वसत्तावाद
की दुराग्रही मांगों के रूप में पहचानते हैं। सन्त पापा ने कहा, "दूसरी ओर, यदि यह सत्य
प्रेम से परिपूरित सत्य होता है तब हम व्यक्तिपरक संकीर्णता से स्वतंत्र होकर जनकल्याण
एवं सबके कल्याण में भागीदार बनते हैं।"