2014-01-20 13:18:27

संशोधित संविधान से मिश्र के धर्माध्यक्ष प्रसन्न


कैरो, मिश्र सोमवार 20 जनवरी (सीएनए) मिश्र के काथलिक कोपटिक धर्माध्यक्ष ने लोगों से मिश्र के नये संविधान के समर्थन में मत देने के लिये अपनी खुशी ज़ाहिर की है।

धर्माध्यक्ष किरील्लोस विलियम समान ने बताया कि मिश्र का नया संविधान ईसाइयों मुस्लिमों और यहूदियों को स्वायत्तता देता और यह निश्चय ही ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ शासन के अन्तर्गत लागू दस्तावेज़ से बेहतर है।

असियुत एपार्की के धर्माध्यक्ष विलियन ने उक्त बात उस समय बतायी जब उन्होंने ‘चर्च इन नीड’ को एक साक्षात्कार दिया।

विदित हो कि 2013 के दिसंबर माह से मिश्र का संविधान एक संशोधन की प्रक्रिया से गुज़र रहा था। इस प्रक्रिया में गुइजेत के कोपटिक काथलिक धर्माध्यक्ष अन्तोनियोस मीना सहित मिश्र की विभिन्न कलीसियाओं के प्रतिनिधियों ने अपना योगदान दिया और इसे कार्यकारी राष्ट्र्पति अदी मन्सूर की स्वीकृति के लिये सौंप दिया था

धर्माध्यक्ष ने यह भी जानकारी दी कि ख्रीस्तीय समुदाय संविधान के नये प्रारूप से संतुष्ट है और ख्रीस्तीय मीडिया ने भी इसका खुलकर समर्थन किया है।

उन्होंने बताया कि नया संविधान ईसाइयों और यहूदियों के निजी और घरेलु मामलों में उन्हें पूर्ण स्वायत्तता देगा । इसमें धार्मिक स्थलों के निर्माण में मुस्लिमों, ईसाइयों और यहूदियों को समान अधिकार दिये गये है। ऐसा होने से ईसाई नये प्रार्थनालयों का निर्माण कर पायेंगे तथा पुराने गिरजाघरों का जीर्णोद्धार संभव हो पायेगा।

सरकारी समाचार पत्र ‘अलअहराम’ के अनुसार14 और 15 जनवरी को हुए मतदान में 90 प्रतिशत लोगों ने इसके समर्थन में वोट दिया है। मुस्लिम ब्रदरहुड के सदस्यों ने इस मतदान का विरोध किया था।

मालूम हो कि मुस्लिम ब्रदरहुड समर्थित मुहम्मद मोरसी की सरकार को मिश्र की सेना ने पिछले साल जुलाई महीने में अपदस्त कर दिया था।

मिश्र में अलेक्सान्द्रिया के प्राधिधर्माध्यक्ष के अधीन करीब 2 लाख 50 हज़ार कोप्टिक काथलिक हैं जो रोम के धर्माध्यक्ष संत पापा से जुड़े हुए हैं और काथलिक कलीसिया के अभिन्न अंग माने जाते हैं।











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