जेनेवा. स्वीटरजरलैंड शुक्रवार 17 जनवरी 2014 (सेदोक वीआर) संयुक्त राष्ट्र संघ में
वाटिकन प्रतिनिधि महाधर्माध्यक्ष सिलवानो थोमासी ने कहा कि बाल हिंसा और बाल उत्पीड़न
अपराध हैं और संत पापा फ्राँसिस बच्चों को यौन दुराचार से बचाने के लिये कटिबद्ध हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक ने उक्त बात उस समय कही
जब उन्होंने यूएन के जेनेवा स्थित कार्यालय में 16 जनवरी वृहस्पतिवार को ‘बच्चों के
अधिकार’ विषय पर सभा को संबोधित किया।
सभा के पूर्व ही वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट
फादर फेदेरिको लोमबारदी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा था कि वाटिकन बाल यौन दुराचार को रोकने
के लिये दृढ़ संकल्प है।
उन्होंने कहा कि परमधर्मपीठ बाल यौन दुराचार की घटनाओं
से अति दुःखी है। इससे लाखों बच्चों को क्षति पहुँची है। उन्हें इस बात की पीड़ा है कि
इस कुकृत्य में कई याजक भी संलग्न रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बाल यौन दुराचार
से कलीसिया की विश्वसनीयता और बच्चों के कल्याण के दावों पर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
ऐसी परिस्थिति में वाटिकन ने इसके समाधान के लिये कई पहल और निर्देश जारी किये हैं जिससे
अन्य समुदाय भी लाभान्वित हो सकते हैँ।
महाधर्माध्यक्ष तोमासी ने कहा कि रोम
परमधर्मपीठ द्वारा किये गये पहल और निर्देश इस बात को ज़ाहिर करते हैं कि वाटिकन बच्चों
की सुरक्षा के मामले में पारदर्शी और दृढ़ संकल्प है।
उन्होंने बतलाया कि पोलैंड
के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ वेसोलोस्की पर बाल यौन दुराचार संबंधी आपराधिक मामला दर्ज़ है
और यदि वे वाटिकन कोर्ट में दोषी पाये गये तो उन्हें जेल की सजा होगी।