वाटिकन सिटी, शुक्रवार 17 जनवरी 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्रांसिस ने फिनलैंड के संरक्षक
संत एनरीको के पर्वोत्सव पर फिनलैंड से से वाटिकन आयी अन्तरकलीसियाई प्रतिनिधिमंडल के
सदस्यों को 17 जनवरी शुक्रवार को वाटिकन स्थित संत क्लेमेतीन सभागार में संबोधित किया।
संत पापा ने कहा, "ख्रीस्तीय एकता सप्ताह आरंभ करने के ठीक पहले में आप लोगों
को बतलाना चाहता हूँ कि ख्रीस्तीय इसलिये बुलाये गये हैं ताकि हमें पूर्ण रूप से एक हो
जायें।"
उन्होंने कहा, "हाल के दिनों में अन्तरकलीसियाई संबंध में प्रभावपूर्ण
बदलाव आये हैं। इसका मुख्य कारण रहा है हमारा विश्वास, हमारा संदर्भ, हमारा समाज और हमारी
संस्कृति, जिसके केन्द्र में ईश्वर और आध्यात्मिक जीवन हमेशा नहीं रहा है।"
संत
पापा ने कहा, "यह आवश्यक है कि हमारा ध्यान विश्वास के साक्ष्य पर हो, जहाँ पिता ईश्वर
ने अपने पुत्र येसु मसीह में अपने प्रेम को प्रकट किया है। यहाँ हम पाते हैं कि हम एकता
में बढ़ सकते हैं आध्यात्मिक अन्तरकलीसियाई एकता का प्रसार कर सकते जैसा कि येसु मसीह
ने स्वयं अपने शिष्यों इसकी आज्ञा दी थी।"
उन्होंने कहा, "इस संदर्भ में हमे
द्वितीय वाटिकन महासभा के बातों की याद कर सकते हैं जिसमें कहा गया था -"अन्तरकलीसियाई
एकता एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो पिता ईश्वर के प्रति आज्ञाकारी होने, येसु की इच्छा
पूरी करने और पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन में चलने से पूर्ण होती है।"
संत पापा
ने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे पवित्र आत्मा भेजें जो हमें एकता तथा मेल-मिलाप के सत्य
के मार्ग ले चलेगा।