ऑथोडॉक्स एवं पूर्वी ऑथोडॉक्स कलीसियाओं के साथ संत पापा की मुलाक़ात
वाटिकन सिटी, शनिवार 11 जनवरी 2014 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित क्लेमेन्टीन सभागार में
11 जनवरी को संत पापा फ्राँसिस ने ऑथोडॉक्स एवं पूर्वी ऑथोडॉक्स कलीसियाओं के साथ सांस्कृतिक
सहभागिता के लिए बनी काथलिक समिति के सदस्यों से मुलाकात की।
सांस्कृतिक सहभागिता
के लिए बनी काथलिक समिति की स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर एकत्रित सदस्यों का अभिवादन करते
हुए संत पापा ने कहा कि कलीसियाओं के बीच पुनर्मिलन एवं भाईचारे के रास्ते पर प्रथम ऐतिहासिक
मुलाकात संत पापा पौल 6 वें एवं ख्रीस्तीय एकता के प्राधिधर्माध्यक्ष अथनागोरस से हुई
थी।
इस संबंध को बरकरार रखने हेतु विभिन्न कलीसियाओं के बीच मैत्री एवं अनुभवों
के आपसी आदान-प्रदान करने विशेष करके युवा वर्ग को प्रेरिताई कार्य के लिए प्रोत्साहन
देने की आवश्यकता है।
मालूम हो कि ख्रीस्तीय एकता को प्रोत्साहन देने हेतु इस
समिति की स्थापना हुई थी। अब ऑर्थोडोक्स एवं पूर्वी ऑर्थोडोक्स कलीसियाओं के उदार संरक्षकों
की मदद से काथलिक कलीसिया के शैक्षणिक संस्थानों में ईश शास्त्र का अध्ययन करने वाले
याजकों एवं लोक धार्मियों को अनुदान प्रदान करती है तथा ख्रीस्तीय एकता के अन्य परियोजनाओं
का सहयोग करती है।
संत पापा ने काथलिक समिति के सहयोग के लिए सभी उदारता पूर्ण
अनुदान राशि जमा करने वालों को धन्यवाद दिया तथा उन्हें आगे भी उदार बने रहने का प्रोत्साहन
दिया। संत पापा ने रोम में अध्ययनरत ईशास्त्र के विद्यार्थियों से भी मुलाकात की तथा
उन्हें शुभकामनाएँ अर्पित की।
ज्ञात हो कि ऑथोडॉक्स एवं पूर्वी ऑथोडॉक्स कलीसियाओं
के साथ सांस्कृतिक सहभागिता के लिए बनी काथलिक समिति की स्थापना 27 जुलाई सन् 1964 ई.
को ख्रीस्तीय एकता के राज्य सचिव कार्डिनल अगुस्टीन को एक पत्र पेषित कर संत पापा पौल
6 वें ने की थी।