वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 9 जनवरी 2014 (वीआर सेदोक): रोम में परमधर्मपीठीय समाज लिज़नरीस
ऑफ क्राइस्ट की आसाधारण आम सभा, रोम में लिजन के प्रेरितिक प्रतिनिधि कार्डिनल वेलासियो
दी पौवलिस की अध्यक्षता में 8 जनवरी को शुरू हो गयी है। कार्डिनल दी पौवलिस ने बुधवार
को पावन ख्रीस्तयाग अर्पित कर आम सभा का उद्घाटन किया। उन्होंने ख्रीस्तयाग के दौरान
उपदेश में 6 सप्ताह तक चलने वाली सभा के मुख्य विषय पर प्रकाश डाला। 11 देशों से एकत्र
61 पुरोहितों से उन्होंने कहा, "जो संविधान आप ग्रहण करते हैं वह बाह्य अनुशासन हेतु
मदद करने का एक नियम मात्र न हो किन्तु बुलाहट की सामूहिक पहचान, सामूहिक विचार, सामुदायिक
प्रेरिताई एवं एक साथ आगे बढ़ने का एक मार्ग हो।" आसाधारण आम सभा में दो मुख्य चुनौतियों
पर विचार-विमर्श किया जायगा, धर्मसमाज का के लिए नया संविधान एवं संस्थापक फादर मार्सेल
मचिएल के उत्तराधिकारी, धर्मसमाज के नये प्रमुख का चुनाव। संत पापा बेनेडिक्ट 16वें
ने सन् 2006 ई. में फादर मार्सेल को धर्णसमाज के अध्यक्ष पद से से अवकाश लेकर, प्रार्थना
एवं पश्चाताप का जीवन बिताने की सलाह दी थी। विदित हो कि लिज़नरीस ऑफ क्राइस्ट के
सदस्यों में पुरोहितों की संख्या करीब 950 तथा गुरूकुल त्छात्रो की संखअया लगभग 1000
है। लिज़नरीस ऑफ क्राइस्ट के सदस्य विश्व के 20 विभिन्न देशों में मौजूद हैं तथा
स्कूल तथा अन्य समाज सेवा के कार्यों में लगे हैं।