वाटिकन सिटीः शिक्षा पर सन्त पापा की टीका का ग़लत अर्थ निकाला गया, फादर लोमबारदी
वाटिकन सिटी, 07 जनवरी सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन के प्रवक्ता तथा परमधर्मपीठीय प्रेस
कार्यालय के निर्देशक फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा है कि शिक्षा पर हाल में सन्त पापा
फ्राँसिस द्वारा की गई टिप्पणियों का ग़लत अर्थ लगाया गया है। रोम में प्रकाशित "चिविलता
कतोलिका" नामक येसु धर्मसमाज की पत्रिका में सन्त पापा फ्राँसिस के विचार छपने के उपरान्त
इताली मीडिया में कई अटकलें लगाई गई तथा सन्त पापा के बयानों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत
किया गया। इताली मीडिया में व्यापक बहस आरम्भ होने के बाद फादर लोमबारदी ने एक व्याख्यात्मक
नोट जारी कर स्पष्ट किया कि वरिष्ठ धर्माधिकारियों के साथ बातचीत में सन्त पापा ने कहा
था कि "आज जिन परिस्थितियों में बच्चे एवं युवा शिक्षित होते हैं वह अतीत से कहीं भिन्न
है तथा बहुत से कठिन पारिवारिक परिस्थितियों से जूझ रहे होते हैं जैसे अलग-अलग रहनेवाले
माता पिता, नये विषम तरीकों के संयोग और कभी कभी समलैंगिक जोड़ों के साथ।" फादर
लोमबारदी ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि "शिक्षा और विश्वास की घोषणा, निश्चित
रूप से, इस वास्तविकता को नजरअंदाज नहीं कर सकती तथा उसे भावी पीढ़ियों के कल्याण के
लिये चौकस होना चाहिये ताकि बच्चे एवं युवा विश्वास के प्रति नकारात्मक रुख न अपनायें।"
फादर लोमबारदी ने कहा कि इताली मीडिया में सन्त पापा की इस बात का ग़लत अर्थ लगाया
गया तथा समलैंगिकों के बीच सम्बन्धों को भी मान्य बता दिया गया। उन्होंने इस बात पर बल
दिया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है जैसा कि इताली मीडिया में बताने
का प्रयास किया जा रहा है।