2013-12-27 11:57:20

मनीलाः प्राकृतिक आपदाएँ क्रिसमस के सही अर्थ को समझने में मदद देती है


मनीला, 27 दिसम्बर सन् 2013 (एशियान्यूज़): फिलीपिन्स के काथलिक धर्माधिपति, कार्डिनल लूईस अन्तोनियो तागले ने कहा है कि प्राकृतिक आपदाएँ क्रिसमस के सही अर्थ को समझने में हमारी सहायता करती हैं।
ख्रीस्तजयन्ती के उपलक्ष्य में प्रकाशित अपने सन्देश में कार्डिनल तागले ने लिखाः "फिलीपिन्स में घटी हाल की प्राकृतिक आपदाएँ क्रिसमस के सही अर्थ को समझने में विश्वासियों की मदद करती हैं: हममें नई आशा का संचार करने के लिये प्रभु ख्रीस्त एक कमज़ोर और विनीत नन्हें शिशु बने।"
उन्होंने लिखाः "कई लोग सोच रहे हैं कि ज़ामबोआंगा में प्राकृतिक कहर के, बोहोल में भूकम्प के तथा योलान्दा में विनाशकारी तूफान के शिकार लोगों का क्रिसमस कैसा होगा जहाँ क्रिसमस से जुड़े व्यक्ति और वस्तुएँ सबकुछ नष्ट हो गया है? एक महिला ने इस प्रश्न का उत्तर देते हुए मुझसे कहाः अपने इर्द गिरद विनाश ही विनाश देखकर शायद यह पहली बार होगा कि मैं क्रिसमस के सही अर्थ को समझ सकूँ।"
कार्डिनल महोदय ने कहा कि वास्तव में महिला का उत्तर रहस्यमय है किन्तु चूँकि वह प्रकृतिक आपदा की शिकार पीड़िता के मुख से निकला है इसलिये उसमें सत्य एवं प्रज्ञा निहित है। उन्होंने कहा कि पीड़िता का उत्तर हमें उस बालक के प्रति अभिमुख करता है कि जिसने ईश्वर होते हुए भी एक गऊशाले की चरनी में जन्म लिया।
कार्डिनल तागले ने कहा कि यदि हम चरनी में लेटे शिशु की विनम्रता, दीनता एवं महिमा का अर्थ न समझें तो क्रिसमस समारोह से जुड़ी खुशहालियाँ, खान पान, महेंगे वस्त्र और रंगरलियों का कोई अर्थ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चरनी में लेटे शिशु येसु में ईश्वर का प्रेम, उनकी दया एवं न्याय प्रकट हुआ है जिसे हम अपने भाई बहनों एवं पड़ोसियों में बाँटें।








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