फेंके जाने वाले खाद्य पदार्थों से विश्व की भूख मिटायी जा सकती थी
वाटिकन सिटी, शनिवार 21 दिसम्बर 2013 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने "कारटोनेरोस
एवं रिचिक्लादोरेस" अर्थात् विश्व भर में शहर के कूड़ा-करकट में से बचे समानों को पुनः
चक्रण हेतु जमा करने का कार्य करने वाले ग़रीबों को एक संदेश प्रेषित किया। उन्होंने
संसार भर में कचरों में से समान एकत्र कर, पुनः उपयोग लायक समान बनाने में सहायता करने
हेतु उन ग़रीबों के कार्यों की सराहना की। संदेश में संत पापा ने खाद्य पदार्थों
की बर्बादी कम करने के लिए कर्मचारियों से आग्रह करते हुए कहा था, "हम ‘थ्रो अवे’ अर्थात्
अस्थायित्व की संस्कृति में जी रहे हैं जहाँ हम न केवल चीजों को फेंकते किन्तु व्यक्तियों
को भी सहज ही अलग कर देते हैं। उन्होंने कहा था कि भोजन प्रतिदिन फेंक दिया जाता है जो
विश्व के अन्य सभी भूखों को खिलाया जा सकता था।" संत पापा ने संदेश 5 दिसम्बर के,
विडियो संदेश में प्रकाशित किया था जब उन्होंने ‘उप-वर्जित श्रमिक आयोग’ पर आधारित अर्जेंटीना
के अधिकारियों से मुलाकात की थी। जो इसी सप्ताह कचरा पुनचक्रण समिति की वार्षिक सभा में
प्रकाशित हुई थी। ज्ञात हो कि अर्जेंटीना के कचरा बिनने वालों से संत पापा फ्राँसिस
की मित्रता थी और वे एक महाधर्माध्यक्ष रूप में उनके लिए पवित्र मिस्सा अर्पित करते थे।
उन्होंने रियो में विश्व युवा दिवस पर उन्हें मंच पर भी आमंत्रित किया था।