भारत के प्रधानमंत्री ने ख्रीस्तीय धर्मगुरुओं से माफी माँगी
नई दिल्ली, शनिवार, 14 दिसम्बर 2013 (एशिया न्यूज़): भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
ने नई दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष अनिल कूटो एवं ख्रीस्तीयों धर्मगुरुओं से पुलिस द्वारा
बर्बरतापूर्ण व्यवहार के लिए माफी माँगी। प्रधानमंत्री ने उस समय ख्रीस्तीय प्रतिनिधियों
से क्षमा याचना की जब 12 दिसम्बर को 10 प्रतिनिधियों ने महाधर्माध्यक्ष अनिल कूटो के
नेतृत्व में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया था। महाधर्माध्यक्ष कूटो ने पत्रकारों
से कहा, "प्रधानमंत्री ने सहानुभूति एवं ध्यान से हमारी माँगों को सुना तथा मुद्दों को
संसद में रखने एवं समस्या को सुलझाने में हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।"
विदित हो कि 11 दिसम्बर को दलित ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों के प्रति भेदभाव को दूर
करने की मांग को लेकर शांति जुलूस में भाग ले रहे दिल्ली के काथलिकों एवं प्रोटेस्टंटों
पर पुलिस ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया था। जुलूस को भंग करने के लिए पुलिस ने उन पर
लाठियाँ चलायीं, पानी बौछार किया तथा धर्माध्यक्षों एवं पुरोहितों समेत करीब 400 से अधिक
लोगों को गिरफ्तार कर पाँच घंटे तक हिरासत में रखा था। दलित ख्रीस्तीयों एवं मुस्लमानों
के समान अधिकार के लिए संघर्ष सन् 1950 ई. में शुरू हुआ था जब संसद ने संविधान में अनुसूचित
जनजाति के लिए धारा 341 को पास कर दिया था। क्योंकि व्यवहारिक तौर पर ये अधिकार मात्र
दलित हिन्दूओं को प्राप्त हो रहा था। जिसमें संशोधन कर सन् 1956 एवं सन् 1990 ई. से बौद्धों
एवं सिखों को भी शामिल कर लिया गया है।