बावेरिया के तीर्थयात्रियों से संत पापा की मुलाक़ात
वाटिकन सिटी, शुक्रवार 13 दिसंबर, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार
13 दिसंबर को वाटिकन प्रेरितिक प्रासाद के क्लेमिन्तीन सभागार में जर्मनी के बावेरिया
प्राँत से आये करीब 350 तीर्थयात्रियों से मुलाक़ात की।
मालूम हो कि संत पेत्रुस
महागिरजाघर के प्राँगण में स्थापित ‘क्रिसमस ट्री’ को इस वर्ष बावेरिया प्राँत के लोगों
ने ही उपहार स्वरूप भेजा है।
संत पापा फ्राँसिस ने वावेरिया प्राँत के तीर्थयात्रियों
को संबोधित करते हुए उनके अनुपम उपहार के लिये धन्यवाद दिया। ‘क्रिसमस ट्री’ संत पेत्रुस
महागिरजाघर के प्राँगण में बनी चरनी के समीप पूरे क्रिसमस काल तक स्थापित रहेगा और विश्व
के कोने-कोने से रोम आने वाले तीर्थयात्रियों और शैलानियों द्वारा सराहा जायेगा।
इस अवसर पर संत पापा ने बावेरिया के लोगों की समृद्ध ख्रीस्तीय परंपरा, साहित्य और
कला की भी सराहना की।
संत पापा ने कहा, "आज भी येसु ने बुराई और पाप के अन्धकार
को दूर करते हैं। ‘क्रिसमस ट्री’ हमें इस बात की याद दिलाता है कि येसु आज भी हमारे लिये
ईश्वर की ज्योति और आनन्द का संदेश देते हैं। हमें चाहिये कि हम ईश्वरीय सत्यता की ज्योति
ग्रहण करें क्योंकि जब हम येसु से मिलते हैं, आनन्द का सुसमाचार ह्रदय और जीवन को भर
देता है "
संत पापा ने बावेरिया के तीर्थयात्रियों तथा जर्मनी के अन्य लोगों
को अपनी आध्यात्मिक सामीप्य का आश्वासन दिया और उनसे प्रार्थना का आग्रह करते हुए अपना
प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।