महाधर्माध्यक्ष एवं अन्य ख्रीस्तीयों पर पुलिस ने लाठी चार्ज तथा पानी बौछार किया
नई दिल्ली, बृहस्पतिवार 12 दिसम्बर 2013 (उकान): दलित ख्रीस्तीयों के प्रति भेदभाव को
दूर करने की मांग को लेकर संसद मार्ग पर जुलूस कर रहे दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष अनिल
कूटो के साथ कई धर्माध्यक्षों, धर्मबहनों, पुरोहितों एवं ख्रीस्तीयों पर दिल्ली पुलिस
ने लाठी चार्ज तथा पानी बौछार किया। उका समाचार के अनुसार पुलिस की इस कर्रवाई से
कई पुरोहित, धर्मबहनें एवं ख्रीस्तीय बुरी तरह घायल हो गये हैं। जुलूस द्वारा पुलिस की
अवहेलना करने के आरोप में ख्रीस्तीय नेता गिरफ्तार किये गये हैं तथा संसद मार्ग के पुलिस
स्टेशन लाये गये। महाधर्माध्यक्ष कूटो ने कहा, "कानून अपने आप में असंवैधानिक है तथा
सरकार ख्रीस्तीयों की माँगों को पहले से नजरंदाज करती आयी है आज इसका अधिक बुरा अंजाम
देते हुए उन्होंने पुरोहितों एवं धर्मबहनों को बुरी तरह पीटा तथा हमें भी गिरफ्तार कर
लिया है।" भारतीय संविधान में सरकारी नौकरी तथा शिक्षण संस्थाओं में समाज के दलित
वर्गों के लिए आरक्षित सीट की गारंटी है किन्तु ख्रीस्तीयों एवं मुस्लमानों को इन सुविधाओं
से वंचित रखा जा रहा है। सन् 1997 ई. के पश्चात् यह पहली घटना है जब धर्माध्यक्ष एवं
कलीसिया के धर्मगुरुओं को दलितों के पक्ष में आवाज उठाने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
विदित हो कि धर्माध्यक्ष, पुरोहित, धर्मबहनें एवं ख्रीस्तीय मौन जुलूस करते हुए जंतर
-मंतर से अशोक मार्ग की ओर बढ़ रहे थे। अमानवीय कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों
पर मुक़द्दमा दायर करने हेतु वकील तैयारी कर रहे हैं।