राजस्थानः ईसाई बालक की मृत्यु के बाद काथलिक फोरम ने की न्याय की मांग
राजस्थान, 10 दिसम्बर सन् 2013 (ऊका समाचार): भारत के काथलिक मंच ने, सात वर्षीय ईसाई
बालक, अनमोल गेमेथी की मृत्यु के बाद, न्याय की मांग करते हुए एक न्याय अभियान आरम्भ
किया है। 19 नवम्बर को राजस्थान में, ईसाई बालक अनमोल के घर के निकट की नदी से उसका
पार्थिव शव पाया गया था। शव मिलने से दो दिन पूर्व बच्चे की मृत्यु हो गई थी। पोस्टमॉर्टम
की रिपोर्ट के अनुसार दो दिन तक पानी में रहने के कारण शव पर जानवरों के वार के निशान
थे। जबकि अनमोल के पिता का आरोप है कि उनके बच्चे को हिन्दु चरमपंथियों ने उत्पीड़ित
कर मार डाला था। बच्चे के मृत शरीर पर कई घाव थे। घावों के कारण चेहरा पहचाना नहीं जा
सकता था, उसके पेट पर जलने के निशान थे, उसके पैर की उँगलियाँ काट डाली गई थी तथा एक
पाँव और एक हाथ टूटा हुआ था। अनमोल के पिता का यह भी आरोप है कि पोस्टमॉर्टम करनेवाले
चिकित्सक एवं पुलिस, अपराधियों का, बचाव करने में लगे थे। काथलिक सैक्यूलर फोरम सी.एस.एफ.
के अध्यक्ष जोसफ डायस ने ऊकान्यूज़.कॉम को बताया कि अनमोल के लिये न्याय की मांग करने
हेतु उन्होंने न्याय अभियान शुरु किया है तथा विगत शुक्रवार को ऑनलाईन दर्ज़ याचिका के
पहले दिन ही विश्व के 400 से अधिक लोग हस्ताक्षर कर चुके थे। उन्होंने कहा कि वे
इस याचिका को भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधान मंत्री तक ले जायेंगे। श्री डायस ने
बताया कि वे राजस्थान पुलिस से सम्पर्क बनाये हुए हैं जिसने प्रकरण को पुनः खोले जाने
का वादा किया है। उन्होंने कहा कि पुनर्जाँचपड़ताल के उपरान्त ही पुलिस यह निर्णय लेगी
कि दूसरी बार पोस्टमॉर्टम की ज़रूरत है अथवा नहीं। याचिका पर हस्ताक्षर करनेवालों
ने कहा है, "व्यक्ति किसी भी धर्म का अनुयायी क्यों न हो, जीवन का नाश करना तथा किसी
बच्चे पर अत्याचार करना क्रूर कृत्य है तथा ईश्वर द्वारा प्रदत्त जीवन का अपमान है।"