संत पापा का आगमनकाल और ख्रीस्तमस के कार्यक्रमों की घोषणा।
वाटिकन सिटी, शुक्रवार 6 दिसंबर, 2013 (सेदोक,वीआर सीएनए) वाटिकन ने दिसंबर 2013 और जनवरी
2014 के संत पापा के विभिन्न कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। संत पापा ने अगले 8 दिसंबर
रविवार को माता मरिया के निष्कलंक गर्भागमन के त्योहार के दिन रोम स्थित ऐतिहासिक पियात्सा
स्पानिया में 4 बजे अपराह्न माता मरिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। क्रिसमस
के कार्यकर्मों में संत पापा 24 दिसंबर की संध्या ख्रीस्त जयंती का पवित्र ख्रीस्तयाग
अर्पित करेंगे जो वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर में रात्रि 9 बजकर 30 में आरंभ
होगा। ख्रीस्त जयंती के दिन 25 दिसंबर बुधवार को संत पापा येसु के जन्म दिवस पर 12
बजे अपराह्न में विश्व को अपना परंपरागत विशेष संदेश ‘उरबी एत ओरबी’ देंगे। मालूम
हो कि ‘उरबी एत ओरबी’ संत पेत्रुस महागिरजाघर के बालकनी से संत पापा की ओर से दिया जाने
वाले एक विशेष आशीर्वाद है जिसमें रोम शहर और पूरी दुनिया को पोप अपना संदेश और प्रेरितिक
आशिष देते हैं। ‘उरबी एत ओरबी’ का शाब्दिक अर्थ है ‘(रोम) शहर और विश्व’। 31 दिसंबर
मंगलवार को माता मरिया दुनिया की माँ के पर्वोत्सव की पूर्व संध्या पर संत पापा सांध्य
प्रार्थना और ‘ते दियुम’ की अगवाई करेंगे जिसका आयोजन संत पेत्रुस महागिरजाघर में किया
गया जो संध्या 5 बजे आरंभ होगा। इस अवसर पर संत पापा वर्ष 2013 के लिये धन्यवादी प्रार्थनायें
अर्पित करेंगे। इसके बाद प्रथम जनवरी को माता मरिया ईश्वर की माता का त्योहार मनाते
47वें विश्व शांति दिवस के अवसर पर संत पेत्रुस महागिजाघर में 10 बजे यूखरिस्तीय बलिदान
अर्पित करेंगे। संत पापा 6 जनवरी को तीन राजाओं के आगमन का त्योहार के अवसर पर वाटिकन
बसिलिका संत पेत्रुस महागिरजाघर में मिस्सा-पूजा बलिदान अर्पित करेंगे। संत पापा
के कार्यक्रम के अनुसार 12 जनवरी को सम्पन्न यूखरिस्तीय बलिदान से ख्रीस्तमस काल समाप्त
हो जायेगा। 12 जनवरी को येसु के बपतिस्मा का त्योहार मनाया जाता है और संत पापा कई नवजात
शिशुओं को बपतिस्मा संस्कार देते हैं।
बपतिस्मा की धर्मविधि का मिस्सा वाटिकन
स्थिति सिस्टीन प्रार्थनालय में 9 बजकर 45 मिनट में सम्पन्न होगी।