2013-12-05 15:12:00

काथलिक महिला द्वारा एच. आई. वी. से पीड़ित लोगों की मदद


कोलम्बो, बृहस्पतिवार, 5 दिसम्बर 2013 (एशिया न्यूज़): श्रीलंका की एक 53 वर्षीय
काथलिक महिला प्रिंसी मंगलिका श्रीलंका में एच आई वी से पीड़ित लोगों को सामाजिक परिस्थितियों से मुक़ाबला करने, बीमारी की चिकित्सा कराने तथा अपने रोग के प्रति लज्जा की भावना से बाहर आने हेतु मदद करने के लिए एक ग़ैरसरकारी संगठन की स्थापना की है।
प्रिंसी मंगालिका खुद एच आई वी से पीड़ित हैं जिसकी जानकारी उन्हें दस वर्षों पूर्व हुई तब से उन्होंने इस बीमारी से पीड़ित लोगों की मदद करना अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है।
अपनी बीमारी के झटके से बाहर आने के पश्चात् उन्होंने एच आई वी या एडस के शिकार लोगों की मदद हेतु सन् 2009 ई. में एक ग़ैरसरकारी संगठन की स्थापना की।
उन्होंने एशियान्यूज़ से बातें करते हुए कहा, "मेरे साथ जो हुआ यह ईश्वर की इच्छा है उन्होंने चाहा कि मैं उन सभी की सेवा करूँ जो मेरी तरह वाइरस के शिकार हैं। आज मैं अत्यंत खुश हूँ।"
उन्होंने कहा, "मेरे दफ्तर में कई रोगी रहते हैं, जिन्हें चिकित्सा के लिए भी कोई सुविधा नहीं है, मैं उन्हें भोजन देती एवं उनके कमज़ोर हालत में उनकी मदद करती हूँ अतः मैं हमेशा आर्थिक मदद की खोज में रहती हूँ।"
मंगालिका अपनी ग़ैरसरकारी संगठन द्वारा 300 लोगों की मदद कर रही है जिसमें 174 बच्चे हैं तथा 32 एच ए वी से प्रभावित हैं।
ज्ञात हो कि अधिकारिक आँकड़ा के अनुसार देश के करीब 3,000 लोग एचआईवी के शिकार हो चुके हैं।
मालूम हो कि श्रीलंका में एडस से पीड़ित लोग बहुधा अत्याचार के शिकार होते हैं क्योंकि समाज में इसे लज्जा एवं अशुद्धता का कारण माना जाता है।








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