संत पापा फ्राँसिस और पुतिन की मुलाक़ात सीरिया समस्या पर केन्द्रित
वाटिकन सिटी, बुधवार, 27 नवम्बर, 2013 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस और रूस के राष्ट्रपति
की प्रथम मुलाक़ात मध्य पूर्वी राष्ट्रों विशेष करके सीरिया समस्या पर केन्द्रित थी।
मालूम हो कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 25 नवम्बर, सोमवार को अपने मंत्रिमंडल
के 11 सदस्यों के साथ वाटिकन प्रेरितिक प्रासाद में संत पापा फ्राँसिस से मुलाक़ात की।
वाटिकन प्रेस कार्यालय की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति पुतिन ने संत
पापा फ्राँसिस के उस पत्र के लिये आभार व्यक्त किया जिसे उन्होंने संत पीटर्सबर्ग में
हो रहे जी-20 के शिखर सम्मेलन में भेजा था और सीरिया समस्या के बारे में अपने विचार रखे
थे।
समाचार के अनुसार 35 मिनटों की वार्ता में दोनों नेताओं ने सीरिया की स्थिति
और मध्य पूर्वी राष्ट्रों की स्थिति के बारे में बातचीत की। वार्ता में दो अनुवादकों
ने उनकी मदद की।
मालूम हो कि ऐसे समय में जब सीरिया पर आक्रमण के माहौल तैयार
हो गये थे संत पापा ने एक दिवसीय प्रार्थना और उपवास का आह्वान किया था और कहा था कि
जी-20 के सदस्य सीरिया की स्थिति के प्रति उदासीन कदापि नहीं हो सकते।
वाटिकन
सूत्रों ने बतलाया कि संत पापा ने इस बात पर बल दिया कि सीरिया में हिंसा का अंत हो,
लोगों को मानवीय मदद मिले और समस्या के शांतिपूर्ण समाधान के लिये विभिन्न सामाजिक और
धार्मिक समुदायों की सहमति से ठोस कदम उठायें जायें।
मुलाक़ात के अन्त में राष्ट्रपति
पुतिन ने संत पापा को माता मरिया की एक प्रतिमा जिसे ‘मडोन्ना ऑफ़ ब्लादिमीर’ या ‘मडोन्ना
ऑफ़ टेन्डरनेस’ दिया और संत पापा ने वाटिकन गार्डेन की एक मोजाइक तस्वीर राष्ट्रपति को
भेंट की।
मालूम हो राष्ट्रपति पुतिन इसके पूर्व भी संत पापा धन्य जोन पौल द्वितीय
से सन् 2000 ईस्वी में और ससम्मान सेवानिवृत्त संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें से सन् 2003
ईस्वी में भेंट कर चुके हैं। महाधर्माध्यक्ष पेत्सी ने दोनों नेताओं की मुलाक़ात को
‘अति सकारात्मक’ कहा।