2013-11-26 14:27:12

ख्रीस्तीय सच्चाई का चुनाव करने के लिए बुलाये जाते हैं


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 25 नवम्बर 2013 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने 25 नवम्बर को वाटिकन स्थित संत मार्था प्रार्थनालय में पावन ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए उपदेश में ईश्वर के प्रति विश्वस्त लोगों की याद की तथा अत्याचार के बावजूद ईश्वर पर भरोसा रखने वालों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, "ख्रीस्तीय सच्चाई का चुनाव करने के लिए बुलाये जाते हैं जैसा कि हर युग के शहीद हमें शिक्षा देते हैं। आज भी अत्याचार सहने वाले भाई-बहन हमारे लिए आदर्श हैं तथा प्रभु में पूरा भरोसा रखने के लिए प्रोत्साहन देते हैं।"
संत पापा उपदेश में प्राचीन व्यवस्थान में बेबीलोन के राजा नबूकदनेजर की दासता झेल रहे नबी दानिएल एवं उनके साथी तथा संत लूकस रचित सुसमाचार में माइट की विधवा पर चिंतन कर रहे थे।
विधवा ने निहायत ग़रीबी की हालत में भी सब कुछ मंदिर में दान कर तथा दानिएल एवं उसके युवा साथियों ने प्रभु पर विश्वास बनाये रहने के लिए अपना जीवन दाँव पर लगा दिया। विधवा एवं युवाओं ने बिना किसी व्यक्तिगत लाभ के, अपना जीवन दाँव पर लगाकर अपने दृढ़ विश्वास का परिचय दिया। उनके लिए ईश्वर ही सबकुछ था एवं उन्होंने अपने आप को ईश्वर को न्योछावर कर दिया। संत पापा ने कहा कि यह कोई ‘रूढ़िवादी ताकत’ नहीं है किन्तु उन्होंने ऐसा किया क्योंकि वे जानते थे कि ईश्वर हमेशा विश्वस्त रहते हैं। संत पापा ने कहा, "कलीसिया के इतिहास में भी हम उन लोगों को पाते हैं जिन्होंने इस प्रकार का चुनाव किया है।" आज भी ख्रीस्तीयों पर अत्याचार हो रहा है। हम उन भाई बहनों की याद करते हैं जिन्होंने अत्यंत कठिन परिस्थिति में भी सत्य का साथ देने का चुनाव किया। वे हमारे लिए उदाहरण हैं एवं हमें उस कलीसिया की मदद करने का प्रोत्साहन देते हैं जिसके लिए हम जीते हैं। संत पापा ने उन माताओं एवं पिताओं की याद की जिन्होंने अपने परिवार एवं बच्चों के साथ आगे बढ़ने का निश्चय किया है। संत पापा ने कहा कि यही कलीसिया का ख़ज़ाना है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि ख्रीस्तीय जीवन में आगे बढ़ने हेतु प्रभु से प्रार्थना करें, जिसे कि अपने आम दैनिक जीवन एवं कठिन परिस्थितियों में सही चुनाव कर सकें।









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