ख्रीस्त राजा भक्ति जूलुस में, हज़ारों काथलिक, हिन्दू एवं बौद्ध शामिल
काठमण्डू, मंगलवार, 26 नवम्बर 2013 (एशियान्यूज़): नेपाल की राजधानी काठमण्डू में शनिवार
23 नवम्बर को, कलीसिया में विश्वास वर्ष के समापन पर ख्रीस्त राजा भक्ति जूलुस में, हज़ारों
काथलिक, हिन्दू एवं बौद्ध धर्मानुयायियों ने हिस्सा लिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार,
राज्य में चुनाव के कारण तनाव के बावज़ूद प्रतिनिधियों द्वारा जुलूस में भाग लेने के
लिए दफ़्तरों से अवकाश लेना उनके अत्यधिक भक्ति को दर्शाता है। पुरोहितों, धर्मसमाजियों
एवं ख्रीस्त विश्वासियों के साथ अन्य धर्मों के प्रतिनिधियों ने संत मरिया स्वर्गारोहण
स्कूल से प्रार्थना करते हुए पल्ली गिरजाघर तक ख्रीस्त राजा जुलूस में हिस्सा लिया। एशियान्यूज़
के अनुसार बनियातार की काथलिक विश्वासी सोनी राना ने कहा, "ख्रीस्त राजा जुलूस में भाग
लेना मेरे लिए अत्यन्त खुशी की बात थी। यह येसु ख्रीस्त की महिमा करने एवं ईश्वर में
अपने विश्वास को मज़बूत करने का सुन्दर अवसर था।" विदित हो कि नेपाल में सन् 2006
ई. को राजतंत्र के अंत होने के बाद, वहाँ हिन्दू धर्म के अलावा धर्मों के लिए भी द्वार
खुल गया है। सन् 2008 ई. में हिन्दू चरमपंथियों द्वारा अल्पसंख्यक पर कई हिंसक आक्रमण
हुए। सबसे बड़ा आक्रमण काठमण्डू के स्वर्गारोहण महागिरजाघर में 23 मई सन् 2009 ई. को
हुआ था। जिसमें दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी थी। यद्यपि धर्मातरण की अनुमति नहीं
है तथापि सरकार ने सन् 2012 ई. को पर्यटन में वृद्धि हेतु ख्रीस्त जन्म पर्व को एक राष्ट्रीय
अवकाश घोषित किया है। ख्रीस्तीय अपने पवित्र वस्तुओं का प्रदर्शन दुकानों एवं गिरजाघर
के बाहर भी कर सकते हैं। नेपाल में काथलिकों की संख्या सन् 2006 ई. में सिर्फ 4000 थी
जो इस समय बढ़कर 10,000 हो गयी है।