500 लोगों ने संत पापा के समक्ष काथलिक विश्वास का अंगीकार किया
वाटिकन सिटी, सोमवार, 25 नवम्बर, 2013 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने 23 नवम्बर सोमवार
को उन 500 लोगों का काथलिक कलीसिया में स्वागत किया जिन्होंने संत पेत्रुस महागिरजाघर
में आयोजित एक विशेष समारोह में काथलिक धर्म के विश्वास का अंगीकार किया। 500 नये
काथलिकों को स्वीकार करते हुए संत पापा ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रवेशद्वार पर
प्रश्न करते हुए कहा कि ‘वे क्या चाहते हैं’ और सबों ने एक स्वर से कहा कि ‘ हम विश्वास
चाहते हैं’। समारोह के अनुसार दल 35 प्रतिनिधियों के माथे पर संत पापा ने अपने हाथ
रखे और क्रूस का चिह्न बनाते हुए कहा, "ख्रीस्त ही, प्रेम से आपकी रक्षा करे। अब आपने
उन्हें जान लिया है उनका अनुकरण कीजिये।" संत पापा काथलिक विश्वास को स्वीकार करने
वाले नये सदस्यों से कहा, "विश्वास का वर्ष एक यात्रा थी जिसमे विश्व के हज़ारों लोग
यात्रा कर रहे थे, वे भिन्न थे फिर भी उनमें समानता थी। सबसे बड़ी बात तो है कि हम सब
ईश्वर की खोज में लगे हुए हैं।" उन्होंने कहा, "आज ज़रूरत है इस इच्छा को जीवित रखना।
उन्होंने कहा कि इसके लिये तीन बातों को होना बहुत ज़रूरी है। पहला है- सुनना। दुनिया
में कई तरह की आवाज़ आती है गूँजती है पर आपने ईश्वर की आवाज़ को सुना है जो येसु की
ओर इंगित करता है और यही आवाज़ आपके जीवन को पूर्ण कर देगा।" "दूसरा है मिलना। ईश्वर
हमें अकेले रहने के लिये नहीं बनाया। उन्होंने हमें बनाया ताकि हमें उनसे मिल सकें और
दुनिया के अन्य लोगों से मिलें। और ईश्वर सदा मिलने की पहल करता है। वह खुद ही हमें खोज
निकालता है।" "तीसरी बात है ‘येसु के साथ यात्रा’। विश्वास हमें वह शक्ति प्रदान
करता है जिसके द्वारा हम विश्वास की यात्रा करते हैं और कभी नहीं थकते ने ही निराश होते
हैं, ऐसे समय में भी जब हमं दुःखी या परेशान हों।" संत पापा ने समारोह के अंत में
सबों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देते हुए कहा कि आप शांति के साथ जायें आनन्द के साथ
जायें क्योंकि येसु आपके साथ हैं।