संत पापा फ्राँसिस ने स्वास्थ्य सेवा विभाग के अंतरराष्ट्रीय सदस्यों से मुलाकात की
वाटिकन सिटी, शनिवार, 23 नवम्बर 2013 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 23 नवम्बर
को स्वास्थ्य प्रेरिताई संबंधी परमधर्मपीठीय सम्मेलन द्वारा आयोजित स्वास्थ्य सेवा विभाग
के अंतरराष्ट्रीय सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कलीसिया के बुजूर्गों एवं अस्वस्थ
लोगों की महत्ता बतलाते हुए कहा, "कलीसिया में बुजुर्ग हमेशा अग्रणी रहे हैं।" बुजुर्ग
जीवन के अनुभवों एवं ज्ञान से पूर्ण होने के कारण कलीसिया के धरोहर को आगे बढ़ाने में
कलीसिया की प्रेरिताई में पूर्णतया भाग लेते हैं क्योंकि मानव जीवन हमेशा जीवन के मूल्यों
को बिना किसी भेद भाव के ईश्वर की दृष्टि में सुरक्षित रखता है। संत पापा ने कहा
कि सहायता एवं सेवा को समर्थन देना महत्वपूर्ण कार्य है सेवा का उद्देश्य व्यक्ति की
प्रतिष्ठा एवं रोगी की आवश्यकताओं का सम्मान होना चाहिए। यह तभी संभव है जब लोगों के
बीच परस्पर विश्वास एवं आपसी समझदारी का रिश्ता हो। वास्तव में सेवा मानवीय एवं पेशा
दोनों की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। संत पापा ने सभी बुजूर्गों का अभिवादन करते हुए
कहा, "आप केवल सुसमाचार के प्राप्त करता ही नहीं किन्तु सुसमाचार के संदेश से भरे हैं,
बपतिस्मा संस्कार द्वारा आप सुसमाचार के उद्घोषक हैं। आप प्रतिदिन अपने परिवार में, पल्ली
में, युवाओं एवं अन्य लोगों के बीच ईश्वर के साक्ष्य को जीते हैं। मैं आपको माता मरिया
के संरक्षण में रख देता हूँ तथा आपकी प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद देता हूँ।