वाटिकन सिटी, सोमवार 18 नवम्बर, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्रांसिस ने सोमवार 18 नवम्बर
को वाटिकन स्थित सान्ता मार्था निवास के प्रार्थनालय में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित
करते हुए कहा, "दुनियावी ताकत जो हर चीज़ से समझौता करने का प्रलोभन देती उससे ईश्वर
हमें बचाता है। यह ताकत न केवल मूल्यों पर बल्कि विश्वास से भी समझौता का प्रलोभन देती
है।
उन्होंने कहा कि कई बार लोग सामाजिक जीवन के दबाव में आकर ईश्वर से दूर चले
जाते हैं।
बाईबल के मक्काबियों की किताब से लिये पाठ के आधार पर संत पापा ने
कहा कि नेतागण इस्राएल को अन्य राष्ट्रों से अलग नहीं करने के लिये वे अपनी परंपराओं
का त्याग किये और राजा के पास जाकर उससे समझौता किया। उन्होंने सोचा कि दुनिया के साथ
चलना ही प्रगति है।
यह युवाओं का सोच है। वे दुनियावी बातों के बहकावे में आ
जाते हैं और अपनी अच्छी आदत और विश्वास के त्याग को तैयार हो जाते हैँ।
संत पापा
ने कहा कि हम इस बहकावे से बचें कि हमें दूसरों के समान ही बनना है। हमें चाहिये कि हमे
इतिहास की जानकारी रखें।
आप इस बात पर चिन्तन करें कि आपको क्या सांत्वना देती
है, दुनियावी ताकत, दुनिया का राजकुमार, बेवफाई का रास्ता। ख्रीस्तीय के लिये ईश्वर ही
सच्ची शांति देता है। वह हमारा इंतज़ार करता, हमें प्यार करता, क्षमा देता और हमें नया
जीवन प्रदान करता है।