मनीला, फिलीपींसः शुक्रवार 16 नवम्बर, 2013 (एशियान्यूज़) फिलीपींस में हाल में आये भूकम्प
और भयंकर समुद्री तूफ़ान के बावजूद फिलीपींस के लोगों का ख्रीस्तीय विश्वास मजबूत हुआ
है और उनका मानना है कि विपदायें काथलिकों को सुसमाचार के मूल्यों को जीने का अवसर प्रदान
करतीं हैं। उक्त बात फिलीपींस काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति के न्याय और शांति के लिये
बने विभाग (सीबीसीपी एनएसएसए) की संयोजक जोसेफिन इग्नासियो ने कहा, "समुद्री तूफान और
पिछले दिनों में आये भूकम्प ने क्षेत्र में बहुत तबाही मचायी पर संत पापा के सहानुभूति
भरे सांत्वनापूर्ण शब्द और प्रार्थनाओं ने फिलीपीन्स वासियों के काथलिक हौसला बुलन्द
है।" राष्ट्रीय आपातकालीन ईकाई की संयोजिका जोसेफिन ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के
बाद लोगों ने जो आपसी निकटता और सहयोग की भावना को दिखलाया है वह उत्साहवर्द्धक है। संयोजिका
ने बतलाया कि काथलिक कलीसिया के 11 धर्मप्राँत समुद्री तूफान से पीड़ित लोगों के लिये
धन और रसद जमा करने में अपना योगदान दे रहे हैं। पूरे फिलीपींस के विभिन्न पल्लियों ने
तूफ़ान तथा भूकम्प पीड़ितों के साथ सहानुभूति प्रकट करने के लिये प्रार्थना, नोवेना का
आयोजन किया है और मदद राशि भेज रहे हैं। विदित हो हेयान या योलन्डा नामक इस समुद्री
तूफ़ान से 600 किलोमीटर तक जान-माल की भारी क्षति हुई है। फिलीपींस सरकारी आँकड़ों के
अनुसार मरने वालो की संख्या 3,422 बतायी गयी है पर संयुक्त राष्ट्र संघ के आँकड़े इस
4,500 बताते हैं। योलन्डा से करीब 11.5 मिलियन लोग प्रभावित हैं 545 लोगों विस्थापित
और 240 हज़ार मकान पूर्णतः नष्ट हो गये हैँ। एक अनुमान के अनुसार4.1 बिलियन पेसो की सम्पति
और फसल पूरी तरह से बरबाद हो गये हैं।