2013-11-15 14:16:42

प्यार से बड़ा नहीं है तूफ़ान


मनीला, फिलीपींस, शुक्रवार 15 नवम्बर, 2013 (सीएनए) फिलीपींस की राजधानी मनीला के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस अन्तोनियो तागले ने फिलीपींस के लेयते प्राँत में आये विध्वंशकारी समुद्री तूफान योलन्डा (हेयान) से मारे गये लोगों और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाने के लिये एक दिवसीय पार्थना और उपवास की अपील की है।

कार्डिनल तागले ने लोगों से कहा कि वे 16 नवम्बर शनिवार को ‘विलाप और आशा’ दिवस के रूप में बनायें और यह दिन प्रार्थनामय सहानुभूति के साथ बितायें।

कार्डिनल ने उक्त बात की घोषणा उस समय की जब उन्होंने मनीला धर्मप्राँत के पुरोहितों, धर्मसमाजियों और लोकधर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने समुद्री तूफान से प्रभावित लोगों से कहा कि ‘वे अकेले नहीं हैं न अकेले रहेंगे’।

कार्यक्रम की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को संध्या 8 बजे एक प्रार्थना सभा का आयोजन मनीला के पाको के सान फरनन्दो दे दिलाओ पल्ली में सम्पन्न होगी जिसकी अध्यक्षता स्वयं कार्डिनल तागले करेंगे।

कार्डिनल तागले ने कहा, "हम विपत्तियों में पड़े दुःखी भाई-बहनों के साथ हैं, विपत्ति का समय एक-दूसरे को मदद देने का समय है। यह ऐसा समय नहीं है जब हम बस अपनी चिंता करें, और दूसरों को भूल जायें। यह एक ऐसा समय है जब हम दूसरे को सांत्वना दें और पड़ोसी को गले लगायें। यह समय है - जब हम दूसरे को बतायें कि तूफान स्नेह से बड़ा नहीं है।"

मालूम हो कि फिलीपींस धर्माध्यक्षीय परिषद ने पहले ही राष्ट्रीय नोवेना प्रार्थना की घोषणा की है जो 11 नवम्बर 19 नवम्बर तक जारी रहेगी। इस नोवेना में समुद्री तूफान ‘योलन्डा’ और भूकम्प से प्रभावित लोगों के लिये प्रार्थनायें की जायेंगीं।
ज्ञात हो कि फिलीपींस के राष्ट्रपति बेनिंगनो अक्विनो ने भयंकर तूफान के बाद इसे ‘राष्ट्रीय विपदा’ कहा है। आरंभिक सूचनाओं में मरनेवालों की संख्या करीब 10 हज़ार आँकी गयी थी पर यह संख्या आशंका से कम बतायी जा रही है। करीब 2,500 लोगों की जानें गयी हैं और लाखों लोग विस्थापित हो गये हैँ।











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