राजनीतिज्ञों के आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सार्वजनिक हित को बढ़ावा देने के लिये कार्यशाला
वाटिकन सिटी, बुधवार, 13 नवम्बर, 2013 (सेदोक, वीआर): शांति और न्याय के लिये बनी परमधर्मपीठीय
परिषद ने राजनीतिज्ञों के आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सार्वजनिक हित को बढ़ावा देने पर
विचार-विमर्श करने के लिये दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रोम में किया है। इस सभा में
उन पुरोहितों को आमंत्रित किया गया है जो राजनीतिज्ञों के लिये चैपलिन का कार्य करते
हैं। सभा के बारे में जानकारी देते हुए न्याय और शांति के लिये बनी परमधर्मपीठीय
परिषद के अध्यक्ष ने बतलाया कि विश्वास के सिद्धांत के लिये बने परमधर्मपीठीय संघ द्वारा
राजनीतिज्ञों के व्यवहार और कर्त्तव्यों के बारे में दिये गये दिशा-निर्देश के 10 वर्ष
और संत पापा जॉन तेइसवें द्वार दिये गये दस्तावेज़ ‘पाचेम इन तेर्रीस’ (धरा में शांति)
की 50वीं वर्षगाँठ पर इस सभा का आयोजन किया जा रहा है।
विदित हो कि पाचेम इन
तेर्रीस दस्तावेज़ कई अन्य बातों के अलावा मानव मर्यादा की हर हाल में रक्षा पर बल
देता है। सभा में कलीसिया की शिक्षा और ख्रीस्तीय राजनीतिज्ञों का नीति, जैव-विज्ञान
धार्मिक स्वतंत्रता तथा परिवार एवं अप्राविसियों के अधिकारों के बारे में विचार किये
जायेंगे।
समाचार के अनुसार विश्व के करीब 400 प्रतिनिधि इस सभा में हिस्सा लेगें।
एक अन्य सभा का आयोजन 21 से 23 नवम्बर तक किया गया है जिसमें रोगियों, वृद्धों और विशेष
करके अपंगों की सेवा के बारे में विचार किये जायेंगे।
इस सभा का आयोजन स्वास्थ्य
संबंधी प्रेरितिक सेवा के लिये बनी परमधर्मपीठीय परिषद द्वार की गयी है। इस सभा में ईशशास्त्रीय
एवं प्रेरितिक दृष्टिकोण एवं काथलिक कलीसिया की कार्य योजना पर चिन्तन किये जायेंगे। FR.
JUSTIN TIRKEY,SJ.