कार्डिनल ह्यूमस पराग्वे में रजत जयन्ती समारोह के विशेष प्रतिनिधि नियुक्त
वाटिकन सिटी, शनिवार, 9 नवम्बर 2013 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने 15 नवम्बर को
कार्डिनल ह्यूमस ओ. एफ. एम. को पवित्र क्रूस के संत रॉक गोंजालेक्स एवं साथी शहीदों की
संत घोषणा की रजत जयन्ती समारोह में विशेष राजदूत नियुक्त किया है। ओसल्भातोरे रोमानमो
द्वारा 14 सितम्बर को प्रकाशित जानकारी के अनुसार याजक वर्ग के ससम्मान सेवा निवृत प्रिफेक्ट
कार्डिनल क्लौदियुस ह्यूमस ओएफएम, पराग्वे की राष्ट्रीय तीर्थयात्रा समारोह के लिए वाटिकन
के विशेष प्रतिनिधि होंगे। संत पापा ने लातिनी भाषा में लिखा, "मुक्तिदाता के अनुसरण
में क्या संतों की शहादत से बढ़कर कोई प्रेम है। जिन्होंने ख्रीस्त की शिक्षा ‘भला गड़ेरिया
अपनी भेड़ों के लिए अपना प्राण दे देता है (यो. 10:11) को कर्म में परिणत कर दिया है।’"
विदित हो कि संत रॉक एक धनी युवक था जिन्होंने माता पिता की मृत्यु के पश्चात अपना
सारा धन त्याग कर ख्रीस्त का अनुसरण किया। वे 22 वर्ष की उम्र में येसु समाज में पुरोहित
अभिषिक्त हुए। वे एक महान मिशनरी थे। धन्य संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने उन्हें 16
मई 1988 में संत घोषित किया। पवित्र क्रूस के संत रोक गोंजालेक्स पाराग्वे के प्रथम संत
हैं तथा वे पोसादास, अर्जेंटीना तथा पाराग्वे के संरक्षक संत हैं। "दा मिशन" फिल्म उन्हीं
के जीवन पर आधारित है।