गुवाहाटी, बृहस्पतिवार, 7 नवम्बर 2013 (उकान): भारतीय काथलिक धर्मसंघीय सम्मेलन (सीआरआई)
की स्वर्ण जयन्ती समारोह के अवसर पर, असम की राजधानी गुवाहटी में देश के विभिन्न हिस्सों
से करीब 500 धर्मसमाजी जमा होंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम डॉन बोस्को परिसर में 7 नवम्बर
से 9 नवम्बर तक आयोजित किया गया है। समारोह का मुख्य उद्देश्य ‘अतीत से सीख एवं भविष्य
की कार्ययोजना’ है। इन तीन दिनों के दौरान धर्मसंघी जीवन के अर्थ एवं प्राथमिकताओं, वर्त्तमान
की चुनौतियों, चुनौतियों के निदान तथा कलीसिया के नेतृत्व में नारी की भूमिका आदि विषयों
पर चिंतन किया जाएगा। समारोह का संचालन महाधर्माध्यक्ष मेनामपरनपील करेंगे तथा विभिन्न
सत्रों में सि. सुजीता, फादर जोसेफ पाराथजहम एवं फादर वी. एम. थोमस विचार प्रस्तुत करेंगे। समारोह
के विशेष कार्यक्रमों में, "एक पड़ाव परिवर्तन के लिए" विषय पर सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी
अग्निवेश का है। काथलिक कलीसिया द्वारा समाज सेवा की किताबों का विमोचन किया जाएगा। समारोह
में भारत के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष सलवातोरे पेन्नाक्यो उपस्थित होंगे। विदित
हो कि समस्त भारत में भारतीय धर्मसंघी गरीबों, हाशिय के लोगों, बेसहारों, विकलांग व्यक्तियों
और विशेष रूप से बच्चों को निःस्वार्थ सेवा दे रही है। यह भी मालूम हो कि सीआरआई की
स्थापना सन् 1963 ई. में संत पापा के अनुमोदन से हुई। काथलिक कलीसिया का यह नेटवर्क अपने
115000 सदस्यों द्वारा विश्व को अपनी महत्वपूर्ण सेवा प्रदान कर रही है।