कर्नाटकः ख्रीस्तीय धर्मानुयायी जातिगत एवं धार्मिक हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित, रिपोर्ट
कर्नाटक, 30 अक्टूबर सन् 2013 (एशियान्यूज़): भारत के गृहमंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार
दक्षिण भारत के राज्यों में कर्नाटक राज्य जातिगत एवं धार्मिक हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित
है। रिपोर्ट के अनुसार विगत तीन वर्षों में कर्नाटक राज्य में 222 हिंसा की घटनाएँ हुई।
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि इन 222 हिंसा की घटनाओं में 150 ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों
के विरुद्ध हुई। ग्लोबस काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज
ने बताया कि विगत तीन वर्षों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध 150 हिंसा की घटनाएँ हुई तथा
40 घटनाएँ केवल 2013 में हुई हैं। सम्पूर्ण भारत में हुई हिंसक वारदातों की रिपोर्ट
में कर्नाटक का स्थान, 222 घटनाओं के साथ, चौथा है जबकि मध्यप्रदेश का, 299 घटनाओं के
साथ, तीसरा, महाराष्ट्र का 326 घटनाओं के साथ, दूसरा तथा 347 घटनाओं के साथ, उत्तरप्रदेश
का पहला स्थान है। ख्रीस्तीय नेता साजन के. जॉर्ज ने आरोप लगाया है कि रिपोर्ट
में हिंसक घटनाओं की संख्या तो दी गई है किन्तु सरकारी एवं पुलिस अधिकारियों के उपेक्षा
भाव पर कुछ नहीं कहा गया। उन्होंने कहा कि भारत की केन्द्रीय एवं राज्य सरकारें हिंसा
को रोकने हेतु कानून को लागू करने में असमर्थ रही हैं।