2013-10-23 12:20:14

वाटिकन सिटीः ईश प्रेम को समझने के लिये बुद्धि काफ़ी नहीं, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, 23 अक्टूबर सन् 2013(सेदोक): येसु ख्रीस्त द्वारा अर्पित ईश्वर के प्रेम को केवल बुद्धि से समझा नहीं जा सकता।
वाटिकन स्थित सन्त मर्था आवास के प्रार्थनालय में मंगलवार को ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रभु येसु ख्रीस्त के बलिदान में अर्पित मुक्ति तथा ईश्वर के प्रेम को समझने के लिये केवल बुद्धि का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता बल्कि इसे समझने के लिये सतत् प्रार्थना की आवश्यकता है।
सन्त पापा ने कहा, "जब हमारी बुद्धि मुक्ति को रहस्य को समझाने का प्रयास करती है तब वह विक्षिप्तता की हद तक जा सकती है क्योंकि ईश्वर के असीम प्रेम तथा उनके मुक्ति रहस्य को समझने के लिये घुटनों के बल गिरकर प्रार्थना करना तथा मनन चिन्तन करना आवश्यक है।"
सन्त पापा ने कहा, "रहस्य में प्रवेश करने के लिये बुद्धि के साथ साथ हृदय, घुटनों, सतत् प्रार्थना सबकुछ की एकसाथ आवश्यकता है।"
ईश्वर के मुक्ति रहस्य को समझने के लिये, सन्त पापा ने कहा, "उस उपचारिका की ओर ध्यान देना हितकर होगा जो एक-एक कर घावों पर मरहम लगाती तथा उन्हें चंगा करती है। जब हम प्रार्थना करते हैं तब ईश्वर हमारे जीवन में प्रवेश करते, हमारी व्यथाओं को दूर कर हमारे घावों पर मरहम रखते तथा हमें चंगाई प्रदान करते हैं।"








All the contents on this site are copyrighted ©.