2013-10-14 13:47:59

महिलायें दासियां नहीं


वाटिकन सिटी, सोमवार 14 अक्तूबर, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा ने कहा कि ईश्वर द्वारा महिलाओं को मातृत्व के लिये विशेष रूप से मानव जाति के लिये सौंपने का अर्थ यह नहीं कि महिलाओं को दासी बनाया जाना।

संत पापा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने शनिवार 12 अक्तूबर को महिला प्रतिनिधियों की रोम में आयोजित एक सभा को संबोधित किया।

इस सभा का आयोजन धन्य संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा प्रेषित प्रेरितिक पत्र ‘मूलेरिस दिगनीतातेम अर्थात् ‘महिलाओं की बुलाहट और मर्यादा’ के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोकधर्मियों के लिये बनी परमधर्मपीठीयि समिति ने किया था। इसमें 150 महिला प्रतिनिधियों ने दो दिनों तक महिलाओं की बुलाहट और मर्यादा पर विचार-विमर्श किया।

दो दिवसीय गोष्ठी की विषयवस्तु थी ‘ईश्वर द्वारा मानव को महिला को सौंपना’। संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि संत पापा जोन पौल द्वितीय ने निश्चय ही महिलाओं की मातृत्व के बारे में बोलते हुए माता मरिया की ओर इंगित किया है जिन्होंने येसु को गर्भ में धारण किया, अपनी कोख में पाला और तब मानव पुत्र को जन्म दिया।

संत पापा ने कहा कि यह मात्र जैविक विवरण नहीं है पर इसका असर महिला, उसके अस्तित्व, उसके संबंधों और मानव जीवन पर सीधे रूप से पड़ता है।

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि महिलाओं को मातृत्व का आमंत्रण देना उनके हाथों में मानव को विशेष रूप से सौंप देना है। उन्होंने लोगों को दो बातों के प्रति सचेत किया। पहली, मातृत्व को मात्र एक सामाजिक भूमिका मान लेना। ऐसा अच्छा लगता है पर ऐसा करने से वह अपनी असली क्षमता से दरकिनार कर दी जाती है और समुदाय निर्माण के उनके मूल्यों को पूर्ण रूप से मान्यता नहीं देती। और ऐसा कलीसिया और आम समाज दोनों में हो सकता है। इसी के प्रतिक्रिया में एक दूसरा खतरा पैदा होता है जिसमें महिलायें पुरुषों से मुक्ति पाने के प्रयास में अपनी नारीत्व और इसकी विशेषताओं को खोने लगती हैं।

संत पापा ने महिलाओं से अपील की है कि वे ईश्वरीय बातों के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील बनें और दूसरों को ईश्वरीय दयालुता, कोमलता और प्रेम को समझने में मदद दें। संत पापा ने कहा कि वे कलीसिया को नारी, माता और स्त्रीलिंग रूप में संबोधित करना अधिक पसंद करते हैं, एक पुरुष रूप में नहीं।

संत पापा ने कहा कि उन्हें इस बात से दुःख होता है कि महिलाओं की भूमिका कलीसिया में महिलाओं से हटकर सेविकाओं की ओर खिसकती जा रही है।

















All the contents on this site are copyrighted ©.