सिकन्दराबाद, बृहस्पतिवार, 3 अक्तूबर 2013( उकान): भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
के न्याय, शांति एवं विकास संबंधी कार्यालय ने, 26 एवं 27 सितम्बर को सिकन्दराबाद में,
आंध्रप्रदेश के स्थानीय काथलिक सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ‘समाज के लिए काथलिक कलीसियाई
शिक्षा’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में गरीबों, खासकर ग्रामीण
लोगों के अधिकार एवं मर्यादा की सुरक्षा हेतु सामाजिक सक्रियता बढ़ाने का निर्देश दिया
है। जेस्विट फादर बॉस्को ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा, "कलीसिया को समाज
सेवा के परे सामाजिक सक्रियता की ओर बढ़ना है। कलीसिया की शिक्षा एवं संत पापा फ्राँसिस
के उदाहरण से प्रेरित होकर ‘हमें समाज के ग़रीबों की मदद हेतु आगे बढ़ने की आवश्यकता
है।’" महिलाओं के लिए प्रगतिशील संगठन की अध्यक्षा (पी ओ डब्लू) एवं एक सक्रिय
महिला कार्यकर्ता संध्या ने, प्रतिभागियों को पितृ प्रधान समाज से बाहर आकर एक जन तांत्रिक
प्रणाली के परिवार का निमार्ण करने का आमंत्रित दिया तथा समाज एवं परिवार में सत्ता पर
आधारित प्रणाली का उन्मूलन करने का आह्वान किया। ज्ञात हो कि कार्यशाला काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन द्वारा आयोजित कई कार्यक्रमों में से एक है जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को, विशेषकर
कलीसिया के कार्यकर्ताओं को काथलिक सामाजिक शिक्षा की जानकारी देना है।