2013-09-28 15:26:32

वाटिकन सिटीः रेडियो सेवा का अर्थ है ईश्वर के सेवक एवं सन्देशवाहक होना


वाटिकन रेडियो, 28 सितम्बर सन् 2013 (सेदोक वी. आर.): वाटिकन स्थित सम्प्रेषण माध्यम परिषद के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष क्लाओदियो चेल्ली ने कहा कि रेडियो सर्विस का अर्थ है ईश्वर के सेवक एवं सन्देशवाहक होना।
29 सितम्बर को, वाटिकन रेडियो के संरक्षक, सन्देशवाहक महादूत सन्त गाब्रिएल का महापर्व पड़ता है। इस उपलक्ष्य में शनिवार, 28 सितम्बर को, वाटिकन रेडियो के प्रार्थनालय में, ख्रीस्तयाग अर्पित किया गया।
ख्रीस्तयाग प्रवचन में महाधर्माध्यक्ष चेल्ली ने वाटिकन रेडियो द्वारा सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया को अर्पित सेवाओं की भूरि भूरि प्रशंसा की तथा कहा कि रेडियो सेवा तब ही युक्तियुक्त एवं संगत है जब वह ईश्वर के वचनों को जन जन में पहुँचाये। उन्होंने कहा कि रेडियो सर्विस का अर्थ है ईश्वर के सेवक एवं सन्देशवाहक बनना।
महाधर्माध्यक्ष चेल्ली ने कहा कि वर्तमान जगत की अनगिनत समस्याओं की पृष्ठभूमि में, ईश वचन को स्त्री पुरुषों के बीच पहुँचा कर, वाटिकन रेडियो ने, विश्व में न्याय एवं शांति को प्रोत्साहन देने के लिये, सराहनीय भूमिका निभाई है।

इस अवसर पर वाटिकन रेडियो हिन्दी सेवा में कार्यरत सुश्री जूलयट जेनेविव क्रिस्टफर को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिये सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक सम्प्रेषण के लिये बनी वाटिकन परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष कलाउदिया चेल्ली ने पुरस्कार स्वरूप परमधर्मपीठीय प्रशस्ति पत्र और एक मेडल प्रदान किया।

वाटिकन रेडियो के कार्यक्रम निदेशक फादर कोपरोउस्की ने सुश्री जूलयट को एक समर्पित रेडियोकर्मी, मिलनसार सहयोगी और संत पापा और कलीसिया के प्रेम, सेवा, न्याय और सद्भाव के संदेश को मीडिया के विभिन्न माध्यमों द्वारा हिन्दी जगत तक पहुँचानेवाली जुझारु कार्यकर्ता कहा। उन्होंने कहा कि जूलयट की निःस्वार्थ सेवा और समर्पण अन्य रेडियोकर्मियों के लिये एक प्रेरणा हो।








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