अमृता युनिवर्सिटी आध्यात्मिक अध्ययन केन्द्र खोलेगा
अमृतपुरी, केरल वृहस्पतिवार 26 सितंबर, 2013 (उकान) भारत की समृद्ध आध्यात्मिक परंपरा
को सुदृढ़ और गहरा करने के लिये केरल के कोल्लम जिले की अमृता युनिवर्सिटी ने आध्यात्मिक
अध्ययन केन्द्र खोलने का निर्णय किया है।
आध्यात्मिक अध्ययन केन्द्र का आधिकारिक
उद्धाटन वृहस्पतिवार 26 सितंबर को माता अमृतानन्दामयी के 60वें जन्म दिवस के अवसर पर
किया जायेगा।
मालूम हो कि अमृतानन्दामयी को लोग ‘हगिंग सेन्ट’ अर्थात ‘गले लगाने
वाली संत’ रूप में जानते हैँ।
‘उकान’ समाचार के अनुसार आध्यात्मिकता के लिये
खोला जाने वाला नया केन्द्र आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास तथा चेतना के बारे
में शोध करेगा।
अमृतानन्दामयी मठ के प्रवक्ता ने बतलाया कि इस संस्थान से निःस्वार्थ
सेवा शिक्षा द्वारा अम्मा के प्रेम और सेवा के संदेश का विस्तार हो पायेगा।
प्रवक्ता
ने बतलाया कि यह केन्द्र विश्व के अन्य केन्द्रों के लिये भी आध्यात्म के क्षेत्र में
अपना योगदान देगा और सनातन धर्म, आध्यात्मिकता और संस्कृति के संबंध में स्नाकोतर और
और डॉक्टर की उपाधि के अध्ययन की सुविधायें उपलब्ध करायेगा।
शोध क्रियाकलापों
में संस्कृत, विज्ञान, तकनीकि, साहित्य तथा ज्योतिषविज्ञान को भी शामिल किया जायेगा।
केन्द्र एक विशेष क्षेत्र विश्वमातृत्वम में अपना योगदान देगा जो अम्मा की शिक्षा का
एक विशेष भाग है।
इसके तहत् दुनिया की सब वस्तुओं को माता की नज़रों में देखा
जाता है और सबों के साथ प्रेम, धैर्य, सहानुभूति और निःस्वार्थ ममता के साथ वर्ताव किया
जाता है।