2013-09-23 14:04:17

शोक व्यक्त करने के लिये संत पेत्रुस महागिरजाघर की बत्ती मद्धिम


रोम, इटली, सोमवार 23 सितंबर, 2013 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने पाकिस्तान के पेशावर के एक गिरजाघर में हुए भयंकर आतंकवादी हमले की निन्दा की है कहा है कि हिंसा को हम कदापि स्वीकार नहीं कर सकते हैं।

पाकिस्तान में शांति प्रयास ही उचित समाधान है। संत पापा ने कहा, "हिंसा से किसी का कल्याण नहीं होता।"

संत पापा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने 22 सितंबर, रविवार को इटली के सरदीनिया में अपने एकदिवसीय प्रेरितिक यात्रा के दौरान उपस्थित लोगों के साथ देवदूत की प्रार्थना की।

पाकिस्तान के ईसाइयों पर हुए हमले में मरे निर्दोष ईसाइयों के प्रति शोक तथा उनके परिजनों के प्रति सहानुभूति प्रकट करने के लिये 22 सितंबर की रात्रि रोम के संत पेत्रुस महागिरजाघर में जलने वाली बत्ती को मद्धिम कर दिया था।

संत पापा ने कहा, "पाकिस्तान में गलत निर्णय – घृणा तथा युद्ध को चुनने के कारण 70 लोगों की मौत हुई। इस प्रकार के चुनाव को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।"

विदित हो कि 22 सितंबर को दो आत्मघाती हमलावरों ने पेशावर के कोहती गेट में अवस्थित एक ऐतिहासिक गिरजाघर – ‘ऑल सेन्टस चर्च’ में हमला किया जिसमें 70 लोगों की मौत हो गयी और करीब 120 लोग घायल हो गये हैं।
स्थानीय लोगों ने आत्मघाती हमलावरों द्वारा प्रयोग किये गये परिधान को घटनास्थल में पाया।
खबरों में बतलाया गया कि इस आक्रमण के पीछे पाकिस्तानी तालिबान के एक दल लन्दुल्लाह का हाथ है और यह आक्रमण उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के आदिवासी इलाके में अमेरिकी ड्रोन हमले की जवाबी कारवाई है।

मालूम हो कि पाकिस्तानी ईसाइयों पर हाल के दिनों में होने वाले हमलों में यह सबसे भयंकर हमला है।

पाकिस्तान की धार्मिक तथा राजनीतिक पार्टियों ने हमले की निंदा की है।आक्रमण के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आये और पाकिस्तान की सरकार ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।

विदित हो कि पाकिस्तान की कुल आबादी का 1.6 प्रतिशत करीब 2 लाख लोग ख्रीस्तीय हैं जिसमें करीब 70 हज़ार पेशावर प्राँत में रहते हैं।
































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