2013-09-19 12:26:57

प्रेरक मोतीः सन्त जानुआरियुस अथवा सन्त जेन्नारो (चौथी शताब्दी)


वाटिकन सिटी, 19 सितम्बर सन् 2013:

19 सितम्बर को कलीसिया सन्त जानुआरियुस अथवा सन्त जेन्नारो का पर्व मनाती है। सन्त जेन्नारो का जन्म, इटली के नेपल्स शहर के आसपास, लगभग 305 ई. में हुआ था। सम्राट देओक्लेशन के दमनकाल में जेन्नारो बेनेवेन्तो के धर्माध्यक्ष थे। बताया जाता है कि एक बार जब धर्माध्यक्ष जेन्नारो कारावास में दो पुरोहितों एवं दो लोकधर्मियों की भेंट करने गये थे तब उन्हें भी, उनके दो साथियों के साथ, गिरफ्तार कर कारावास में डाल दिया गया था। आततायियों ने उन्हें जंगली जानवरों के आगे छोड़ दिया था किन्तु जब जानवरों ने उनपर वार नहीं किया तब सम्राट ने उनके सिर को धड़ से अलग करने का आदेश दे दिया और उन्हें मार डाला।

नेपल्स शहर में सन्त जेन्नारो के पवित्र अवशेष आज भी सुरक्षित हैं। इनमें उनके पवित्र रक्त की बूँदें भी शामिल हैं। नेपल्स महाधर्मप्रान्त के महागिरजाघर में जब इन्हें प्रदर्शित किया जाता है तब रक्त की बूँदें अपने आप तरल होकर उबलने लगती हैं। आज तक वैज्ञानिक इस चमत्कारी घटना को समझा नहीं पायें हैं। प्रतिवर्ष तीन बार सन्त जेन्नारो के अवशेष भक्तों के दर्शनार्थ प्रदर्शित किये जाते हैं। इन अवसरों पर हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु नेपल्स में उपस्थित होते हैं। नेपल्स तथा इटली में, सन्त जेन्नारो की भक्ति प्रचलित है तथा यहाँ के वे एक लोकप्रिय सन्त हैं। सन्त जेन्नारो का पर्व 19 सितम्बर को मनाया जाता है।


चिन्तनः परीक्षाओं एवं कठिन परिस्थितियों में भी सुसमाचार के साक्षी बनने हेतु सन्त जेन्नारो हमारी मदद करें।








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