वाटिकन सिटी, 11 सितम्बर सन् 2013: वाटिकन के वरिष्ठ सेवानिवृत्त महाधर्माध्यक्ष भारत
के मान्यवर पीटर पौल प्रभु का 10 सितम्बर को निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। महाधर्माध्यक्ष
पीटर पौल प्रभु का जन्म मद्रास में 20 मार्च सन् 1931 ई. को हुआ था। 20 दिसम्बर सन् 1955
ई. को आप पुरोहित अभिषिक्त किये गये थे। रोम से आपने कलीसियाई विधान में डॉक्टरेड
की उपाधि प्राप्त की थी तथा सन् 1962 ई. से परमधर्मपीठ की कूटनैतिक सेवाओं में शामिल
हो गये थे। इसके तहत आपने इथियोपिया, ग्वाटेमाला, हेयटी, चीले, फ्राँस तथा सूडान स्थित
परमधर्मपीठीय राजदूतावासों में अपनी सेवाएँ प्रदान कीं। सन् 1977 से सन् 1987 ई. तक
महाधर्माध्यक्ष पीटर पौल प्रभु ने आप्रविसयों एवं शरणार्थियों की प्रेरिताई हेतु गठित
परमधर्मपीठीय परिषद में सेवा अर्पित की तथा सन् 1993 में आप ज़िम्बाबवे में परमधर्मपीठीय
राजदूत नियुक्त किये गये। इस पद पर आप सन् 2002 तक सेवाएँ अर्पित करते रहे थे।