2013-09-10 12:49:06

बिजनोरः काथलिक धर्मप्रान्त ने किया उत्तारखण्ड के बाढ़ पीड़ितों की सहायता का प्रण


बिजनोर, 10 सितम्बर सन् 2013 (ऊका समाचार): बिजनोर काथलिक धर्मप्रान्त उत्तराखण्ड के लगभग 100 गाँवों में बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास हेतु राहत सहायता पहुँचाने का काम कर रहा है।
बाढ़ के तुरन्त बाद से धर्मप्रान्त ने पीड़ितों को अस्थायी राहत प्रदान की है किन्तु अब वह उनके स्थायी एवं दीर्घकालिक पुनर्वास के लिये काम कर रहा है।
बिजनोर धर्मप्रान्त द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के समन्वयकर्त्ता तथा करुणा समाज सेवा सोसायटी के निदेशक काथलिक पुरोहित फादर पायस फिलिप ने ऊका समाचार से कहा, "हम 16 जून की बाढ़ से प्रभावित लोगों की आजीविका, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए काम कर रहे हैं। इन लोगों ने सब कुछ खो दिया है, इन्हें सहायता की नितान्त आवश्यकता है।"
उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास की भारतीय शाखा तथा अन्य ग़ैरसरकारी ख्रीस्तीय कल्याणकारी संस्थाओं के साथ मिलकर, बिजनोर धर्मप्रान्त बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास हेतु घरों के निर्माण की भी योजना बना रहा है।
फादर फिलिप ने बताया कि बिजनोर धर्मप्रान्त के लगभग 100 पुरोहित एवं धर्मबहनें ज़रूरतमन्दों की सहायता के लिये स्थानीय स्तर पर, विशेष रूप से, रुद्रप्रयाग, तेहरी, उत्तरकाशी, चामोली तथा पाओरी ज़िलों के गाँवों में कार्यरत हैं। बाढ की सबसे अधिक तबाही इन्हीं ज़िलों में मची थी।
उत्तराखण्ड में जून माह की बाढ़ में बताया जाता है कम से कम 10,000 लोग मारे गये थे। आधिकारिक रूप से केवल 5,748 मौतों का पंजीकरण किया गया है। मरनेवालों में सैकड़ों बदरीनाथ, केदारनाथ, ऋषिकेश तथा हरिद्वार जानेवाले तीर्थयात्री शामिल थे।








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