2013-08-30 20:33:34

बाईबल पाठ में गाँगते आदिवासियों का कीर्तिमान


मणिपुर, शुक्रवार, 30 अगस्त 2013 (उकान) मणिपुर के गंगते आदिवासियों ने मिस्सा बाईबल पठन में विश्व कीर्तिमान बनाया है। इस कीर्तिमान को लिमका बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्डस और इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्डस जैसे कीर्तिमानों का लेखा-जोखा रखने वाले निकायों ने मान्यता दी है।
गाँगते समुदाय के नेता एल.एस. गाँगते ने बताया कि उनके कीर्तिमान को गिन्नीस बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में से भी मान्यता प्राप्त कराने की प्रक्रिया जारी है।
मणिपुर प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गाँगते क्रिश्चियन गॉस्पल सेन्टेनरी कमिटि के अध्यक्ष एल. गाँगते ने बतलाया कि इस समुदाय के 7047 सदस्यों ने कड़ाके की सर्दी में 16 दिसंबर 2012 को बाईबल के रोमियों के सब 16 पत्रों को एक साथ पढ़ा।
रोमियों के पत्र को पढ़ने में उन्हें 1 घंटा 27 मिनट में लगा। बाईबल पठन गाँगते सुसमाचार शतवर्षीय समारोह के एक विशेष कार्यक्रम का एक विशेष हिस्सा था।
कार्यक्रम मणिपुर के चुराचंदपुर के चिंन्गकोंपाँग में अपराह्न 1 बजकर 27 मिनट में आरंभ हुआ और अपराह्न 2 बजकर 53 मिनट में समाप्त हुआ।
विश्व कीर्तिमान की मान्यता मिलने पर अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए समारोह के आयोजक गाँगते ने कहा कि बाईबल पाठ का कीर्तिमान न केवल अपने आदिवासी समुदाय के लिये पर पूरे मणिपुर के लिये एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है।
बाईबल पठन समारोह में चुराचंदपुर के अतिरिक्त उपायुक्त मनिराम शर्मा और पुलिस अधीक्षक एल मंखोगिन हावकिप भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित माननीय के माविया ने कहा कि सामुहिक बाईबल पाठ के आयोजन से विश्व के कोने-कोने में सुसमाचार का प्रचार को बढ़ावा मिलेगा।








All the contents on this site are copyrighted ©.