बैरूथः त्रिपोली के मस्जिदों पर धमाकों के बाद राष्ट्रीय शोक दिवस
बैरूथ, 26 अगस्त सन् 2013 (एशियान्यूज़): लेबनान के त्रिपोली में, शुक्रवार, 23 अगस्त
को, दो मस्जिदों पर बम धमाकों के बाद लेबनान ने 24 अगस्त को राष्ट्रीय शोक दिवस मनाया।
पहला बम धमाका त्रिपोली के अल-सलाम मस्जिद में उस समय हुआ जब नमाज़ अता की जा रही
थी। दूसरा बम धमाका पाँच मिनट बाद दो किलो मीटर की दूरी पर स्थित मीना ज़िले के अल- तवा
मस्जिद के बाहर हुआ। इन बम धमाकों में कम से कम 45 लोगों की जानें जा चुकी हैं तथा रेड
क्रॉस लोकोपकारी संस्था के अनुसार लगभग 900 व्यक्ति घायल हो गये हैं। पुलिस जाँचपड़ताल
में लगी है किन्तु अब तक किसी दल ने धमाकों की ज़िम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस के अनुसार
आतंकवादियों ने उस समय मस्जिदों को निशाना बनाया जब शुक्रवार को वहाँ प्रार्थना के लिये
बहुत से लोग एकत्र थे। बताया जाता है कि 23 अगस्त के हमले सन् 1990 में समाप्त हुए
लेबनान के युद्ध के बाद का सबसे ख़तरनाक हमला था। धमाके ऐसे समय हुए हैं, जब त्रिपोली
में शिया-सुन्नी तनाव चरम पर है। पड़ोसी सीरिया में संघर्ष के कारण ये तनाव बढ़ गया है।
त्रिपोली की आबादी दो लाख है। ये लेबनान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। एक सप्ताह पहले
ही बैरूथ के एक शिया बहुल ज़िले में हुए एक कार बम धमाके में 27 लोग मारे गए थे। इस
बीच वाटिकन रेडियो से बातचीत में मारोनी रीति के काथलिकों के धर्माधिपति बेशारा आल-राही
का कहना है कि यह सब आर्थिक एवं राजनैतिक लाभ के लिये अरब जगत को ख़त्म करने का षड़यंत्र
है। उन्होंने कहा कि हमलावरों का इरादा सुन्नी एवं शिया मुसलमानों के बीच विभाजन और तनाव
उत्पन्न करना है।