हिंसा का अंत एवं मानव मूल्यों की रक्षा हेतु प्रार्थना
वाटिकन सिटी, शनिवार, 24 अगस्त 2013 (सी एन एस): येरुसालेम के काथलिक, ऑथोडॉक्स, अंगलिकन
एवं लूथरन धर्मगुरुओं ने मिश्र में हिंसा के अंत एवं लोकतंत्र, मानव गरिमा तथा धार्मिक
स्वतंत्रता के मूल्यों की रक्षा हेतु प्रार्थना अर्पित की। येरुसालेम के 13 प्रतिधर्माध्यक्षों
एवं विभिन्न कलीसियाओं के गुरुओं ने बुधवार 21 अगस्त को मिश्र के प्रति अपनी संवेदना
व्यक्त करते हुए कहा कि मिस्र में मुसलमानों और ईसाइयों के खिलाफ़ जानबूझकर हिंसा तथा
ईसाई गिरजाघरों के ध्वस्त किये जाने एवं विभाजन उत्पन्न करने के कारण देश की निर्दोष
जनता को काफी कष्ट झेलना पड़ रहा है। गिरजाघरों में तोड़-फोड़ मचाना एवं उनका जलाया जाना
एक घोर कलंक है जिसे सहा नहीं जा सकता। उन्होंने मिश्र के मुसलमानों को धन्यवाद दिया
जिन्होंने गिरजाघरों एवं संस्थाओं की रक्षा में ख्रीस्तीयों का साथ दिया है तथा रुढिवादियों
की बर्बरता की निंदा की। धर्मगुरुओं ने सभी दलों से आग्रह किया कि वे हिंसा के विरुद्ध
देश के हित में एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने अंतराष्ट्र्रीय समुदायों से भी आग्रह
किया कि हिंसा एवं आतंकवाद के खिलाफ़ जंग में मिश्र के लोगों की मदद के लिए वे आगे आयें।