कंधमाल नर संहार ख्रीस्तीयों के विश्वास एवं एकता में बढ़ने हेतु सहायक
भुनेश्वर, शनिवार, 24 अगस्त 2013 (एशियान्यूज़): कंधमाल में हुई नर संहार ने ख्रीस्तीय
समुदाय के जीवन, आवासों और पवित्र स्थलों को नष्ट किया, किन्तु इस ने समुदाय में विश्वास
एवं भाईचारे की भावना को बिना किसी भेदभाव के खिलने और बढ़ने में मदद की, यह बात कटक
भुनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जोन बरवा ने कही। उन्होंने एशिया न्यूज़ से कहा कि 25
अगस्त, कट्टरपंथी हिन्दू राष्ट्रवादियों द्वारा नर संहार का 5वाँ स्मृति दिवस है। जिसने
ख्रीस्तीय समुदाय को तहस-नहस कर दिया था। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अपनी
कलीसिया के विश्वास पर गर्व है, इतनी तबाही के बावजूद वे विश्वास में अटल बने रहे। अब
इन 5 वर्षों के दौरान विश्वासियों के जीवन में काफी सुधार आ गया है। घरों, गिरजाघरों
एवं संस्थाओं का पुनः निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने अत्याचार के शिकार लोगों
की आत्मा शांति के लिए प्रार्थना करने एवं शांति, न्याय तथा आशा को किसी भी कीमत पर बनाये
रखने का आह्वान किया। विदित हो कि उड़ीसा के कंधमाल जिले में वर्ष 2008 ई. में ख्रीस्तीय
समुदाय पर हिंसक आक्रमण किया गया था जिसमें करीब 400 गाँवों के ख्रीस्तीयों को घर छोड़ना
पडा था, 6000 से अधिक घरों, 340 गिरजाघरों और प्रार्थनालयों समेत कई चिकित्सा केंद्रों
एवं स्कूलों को जला दिया गया था। करीब 60,000 लोगों को बेघर होना पडा था तथा कई लोगों
की बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी।